पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर के अंतिम दर्शन करने के लिए राजधानी पणजी की सड़कों पर सोमवार को हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े। पार्रिकर का पार्थिव शरीर यहां भाजपा कार्यालय में लाया गया ताकि पार्टी कार्यकर्ता उन्हें अंतिम विदाई दे सकें। गोवा के मुख्यमंत्री का अग्नाशय की बीमारी के कारण रविवार शाम को निधन हो गया था। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर भाजपा कार्यालय से करीब तीन किलोमीटर दूर कला अकादमी ले जाया जाएगा जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे।
तिरंगे में लिपटा पार्रिकर का पार्थिव शरीर जब भाजपा कार्यालय में लाया गया तो वहां मातम छा गया और उनके सैकड़ों समर्थकों की आंखें नम हो गईं। मुख्यमंत्री का पार्थिव शरीर लेकर आ रहे ट्रक ने पणजी के डोना पौला में उनके निजी आवास से पांच किलोमीटर की दूरी तय की। इस छोटे से तटीय राज्य से देश के रक्षा मंत्री बने पार्रिकर के पार्थिवशरीर के दर्शन करने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। राजधानी के केंद्र में भाजपा कार्यालय के आसपास का इलाका लोगों से भर गया जहां वे पार्रिकर को अंतिम विदाई देने पहुंचे। राज्य के चार बार मुख्यमंत्री रहे पार्रिकर का रविवार शाम को निधन हो गया था। वह गत वर्ष फरवरी से अग्नाशय संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे।
आईआईटी से ग्रैजुएट मनोहर ने दो दशक से अधिक समय तक राज्य में पणजी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया। उनकी अंतिम यात्रा शाम के बाद शुरू होगी। प्रदेश भाजपा के एक प्रवक्ता ने बताया कि पार्रिकर का अंतिम संस्कार यहां मिरामार बीच पर सोमवार को किया जाएगा। मिरामार बीच पर गोवा के पहले मुख्यमंत्री दयानंद बंडोदकर का भी स्मारक है। गृह मंत्रालय के अनुसार उनका पूर्ण सैन्य एवं राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। केंद्र सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।