ब्रेकिंग:

राष्ट्रमंडल खेलों में खिताबी मुकाबले के लिए अलग अलग अकादमियों में अभ्यास कर रहीं – सायना नेहवाल और पी वी सिंधु

लखनऊ : गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में खिताबी मुकाबले के बाद से साहिना नेहवाल और पी वी सिंधु  राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद की अलग अलग अकादमियों में अभ्यास कर रहीं है ताकि एक दूसरे की रणनीति और नई तकनीक का पता नहीं चल सके. दोनों राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद के मार्गदर्शन में ही अभ्यास कर रहीं हैं जो दोनों अकादमियों को समय दे रहे हैं. यह घटनाक्रम गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के बाद का है, जिसमें सायना ने पी वी सिंधुको हराकर स्वर्ण पदक जीता था. जब इस नाजुक स्थित के बारे में गोपीचंद से पूछा गया तो गोपीचंद ने कहा कि कोचिंग टीम द्वारा यह फैसला लिया गया. उन्होंने कहा, खिलाड़ियों के हित में कोचिंग टीम ने यह फैसला लिया है. हम अलग-अलग शेड्यूल में दोनों की सहूलियत के अनुसार ट्रेनिंग दे रहे हैं. इस नई व्यवस्था के तहत गोपीचंद को अपना समय दो अकादमियों के साथ बांटना पड़ रहा है.

गोपीचंद्र  के मुताबिक, मुझे कोई समस्या नहीं है. सब कुछ ठीक चल रहा है. खिलाड़ी भी बढ़िया कर रहे हैं. आधा किलोमीटर की दूरी पर गोपीचंद के दो ट्रेनिंग सेंटर्स हैं. नई अकादमी कुछ साल पहले ही अस्तित्व में आई. इसमें खिलाड़ियों को सिंगल ट्रेनिंग दी जाती है. जब पिछले सितंबर में सायना नेहवाल गोपीचंद की अकादमी में लौटीं तो एक ही जगह दोनों को ट्रेनिंग दी जा रही थी. लेकिन अब दोनों को अलग-अलग ट्रेनिंग दी जा रही है. लोगों को इस बात पर हैरत हो रही है.

सिंधु के पिता पी वी रमन्ना ने कहा, ‘‘सिंधु  नई अकादमी में अभ्यास को लेकर सहज नहीं थी. यह व्यक्तिगत खेल है तो प्रतिस्पर्धा रहेगी ही लिहाजा उसने राष्ट्रमंडल खेलों के बाद पुरानी अकादमी में ही अभ्यास करने का फैसला किया.’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक साथ अभ्यास करने पर दोनों को एक दूसरे की कमजोरियों, फिटनेस और रणनीति के बारे में पता चल जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसी वजह से सायना ने अकादमी छोड़कर विमल कुमार के पास जाने का फैसला किया था और तीन साल बाद गोपीचंद अकादमी लौटी.’’

गोपीचंद की दूसरी अकादमी पुरानी से डेढ़ किलोमीटर दूर है. खिलाड़ी नई अकादमी पर अभ्यास कर रहे हैं. रमन्ना ने कहा, ‘‘गोपी सुबह सात से 8.30 तक उसे अभ्यास कराते हैं जिसके बाद दो इंडोनेशियाई कोच की देखरेख में वह अभ्यास करती है.’’

Loading...

Check Also

कुश्ती हमारी संस्कृति व परंपरा से जुड़ी है : अखिलेश यादव

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : कुश्ती हमारी संस्कृति व परंपरा से जुड़ी है। देश …

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com