अशाेक यादव, लखनऊ। गोरखपुर दौरे के दूसरे दिन शनिवार की सुबह नित्य दिनचर्या के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार लगाया। हिंदू सेवाश्रम और यात्री निवास में लगे जनता दरबार में योगी ने फरियादियों की समस्याएं सुनी और उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
इस दौरान सीएम के जनता दरबार में गोरखपुर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से करीब 350 से अधिक फरियादी पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ फरियादियों के पास एक एक कर गए। सबकी समस्या सुनने के साथ प्रार्थना पत्र लेकर अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश भी दिया।
हालांकि इस बार के जनता दरबार की खास बात यह रही कि कोई भी अधिकारी सीएम के टारगेट पर नहीं आया और न ही कोई गंभीर शिकायत उनके सामने पहुंची।
हर बार की तरह इस बार भी सीएम के पास पहुंचने वाली शिकायतों में अधिकांश शिकायतें पुलिस से जुड़ी जमीनी विवादों की पहुंची। उन्होंने वहां मौजूद एडीजी, कमिश्नर, डीएम, डीआईजी और एसएसपी को ऐसे मामलों को गंभीरता से लेकर खुद उसकी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया।
इस बार के जनता दरबार को लेकर पुलिस प्रशासन पहले से ही काफी सतर्क था। लगातार कई बार से सीएम की नाराजगी देख कार्यक्रम से पहले ही अधिकारियों ने इसके लिए पूरी तरह कमर कस ली थी।इससे पहले मंदिर में मुख्यमंत्री की दिनचर्या परंपरागत रही।
सुबह उन्होंने सबसे पहले नाथ पंथ के आदि गुरु गोरक्ष नाथ के दरबार में हाजिरी लगाई और फिर अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधि स्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। मंदिर परिसर के भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री हमेशा की तरह गोशाला गए और करीब आधा घंटा गायों के बीच गुजारा। इस दौरान सीएम ने गायों को चना और गुड़ खिलाया। इसके साथ ही योगी ने अपने स्वॉन गुल्लू और कालू को भी दुलारा।