अशाेक यादव, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखपुर महोत्सव के मंच से रामगढ़ ताल में सी प्लेन उतारने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही इस संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस प्लेन की विशेषता यह होगी कि यह एयरपोर्ट के साथ ही पानी में भी उतर सकेगा।
बुधवार को दो दिवसीय गोरखपुर महोत्सव 2021 के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर से आज देश के सभी प्रमुख शहरों के लिए नौ उड़ानें हैं, कुशीनगर से जल्द ही अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू हो जाएगी।
यदि किसी को आवश्यकता पड़ेगी तो वह सर्किट हाउस के पास से सी प्लेन पकड़ कर देश के किसी भी कोने में पहुंच जाएगा। इस अवसर पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर को विकास की आवश्यकता बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि इसका लाभ लोगों को मिलना ही चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि कोरोना से लड़ने और बचने के लिए जिस संयम, मर्यादा और अनुशासन का पालन किया गया उसी तरह का धैर्य रखते हुए कोरोना वैक्सीन के लिए अपनी बारी का इंतजार करें।
उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति के बाद 16 जनवरी से कोरोना पर अंतिम प्रहार के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में कोरोना वैक्सीनेशन का महाभियान प्रारंभ हो रहा है। सभी के लिए इसकी सुविधा होगी लेकिन वैक्सीन के लिए उतावलापन न दिखाएं, भीड़ न लगाएं बल्कि संयम के साथ अपनी बारी की प्रतीक्षा करें।
गोरखपुर महोत्सव के मंच से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर ओडीओपी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और वोकल फ़ॉर लोकल की परिकल्पना को साकार करने का आधार बताया।
उन्होंने बताया कि यूपी की स्थापना का नोटिफिकेशन 24 जनवरी 1950 को हुआ था लेकिन पहली बार यूपी दिवस उनकी सरकार ने 2018 से मनाना शुरू किया। पहले ही वर्ष के समारोह में एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना शुरू की गई और हर जिले में इसका व्यापक प्रभाव देखने को मिला।
अब यह सर्वाधिक लोकप्रिय योजना है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनियन बजट में भी इसे स्थान दिया है। दिवाली के दौरान टेराकोटा के एक शिल्पकार से हुई बातचीत का अनुभव साझा करते हुए सीएम योगी ने बताया कि लखनऊ के शिल्प मेले में उस कारीगर ने महज तीन दिन में 8 लाख रुपए के टेराकोटा शिल्प उत्पाद की बिक्री की थी। उन्होंने कहा कि ओडीओपी में शामिल टेराकोटा ने दीपावली पर दिए व मूर्तियों के बाजार से चीन का वर्चस्व समाप्त कर दिया।