गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज में चनावे मंडल कारा में बंद सजायाफ्ता कैदी व सदर प्रखंड के रामपुर टेंगराही के पूर्व मुखिया बीरेंद्र यादव की शनिवार की देर रात संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. मौत से आक्रोशित लोगों ने रविवार को सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया और नगर थाना के बंजारी के पास एनएच 28 को जाम कर दिया. इससे वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया. परिजनों ने जेल प्रशासन पर साजिश के तहत हत्या करने का आरोप लगाया. हालांकि, जेल अधीक्षक ने परिजनों के आरोप को खारिज कर दिया है. जेल अधीक्षक अमित कुमार ने कहा कि कैदी 69 साल का था. उम्र के हिसाब से शूगर, बीपी समेत कई रोग था. मंडल कारा में डॉक्टर द्वारा इलाज किया गया. हालत बिगड़ने पर एंबुलेंस से सदर अस्पताल भेजा गया, जहां मौत हुई. वहीं, मृतक कैदी के पुत्र बड़ा बाबू यादव का आरोप है कि रात में पिता की तबीयत खराब हो गयी थी.
जेल प्रशासन की ओर से सूचना नहीं दी गयी. मौत के बाद सदर अस्पताल में शव को लाकर छोड़ दिया गया. परिजनों ने जेल अधीक्षक पर निलंबन की कार्रवाई करने की मांग करते हुए सम्मान के साथ दरवाजे पर शव को पहुंचाने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. जिला प्रशासन ने इस घटना के बाद स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी. डीएम अनिमेष कुमार पराशर के निर्देश पर जांच के लिए डीसीएलआर उपेंद्र कुमार पाल, सदर बीडीओ पंकज कुमार शक्तिधर, सीओ विजय कुमार, एसडीपीओ नरेश पासवान को भेजा गया. अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच की. अस्पताल में नगर थाना के प्रभारी अध्यक्ष के अलावा पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया.जादोपुर के रहनेवाले ब्रजेश राय की हत्या 2009 में गोली मारकर कर दी गयी थी. हत्या के मामले में पूर्व मुखिया सह रामपुर टेंगराही के मुखिया पति बिरेंद्र यादव 2010 में जेल भेजा गया. जेल प्रशासन के मुताबिक इस हत्याकांड में वह सजायाफ्ता था.