दिल्ली: दिल्ली के शाहदरा जिले के जगतपुरी थाने ने एक गैंबलिंग रैकेट का भंडाफोड़ किया है जिसे दिल्ली एनसीआर के बुकी मिलकर चला रहे थे. इस रैकेट को चलाने के लिए बकायदा एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा था जो चार ब्रीफकेस के अंदर बनाया गया था. इसमें एक स्मार्टफोन के जरिए 167 नॉन स्मार्टफोन को जोड़कर इंटरनल कॉलिंग की सुविधा दी गई थी ताकि क्रिकेट मैच की सारी जानकारी और लाखों करोड़ों की सट्टेबाजी आसानी से कर सकें. पुलिस के मुताबिक आरोपी प्ले स्टोर से एप्स को डाउनलोड करते थे जिसके बाद मैच की सारी इनफार्मेशन उस ऐप में आ जाती थी. इन सभी फोन का एक सर्वर था जो सिर्फ एक स्मार्ट फोन पर बनाया गया था. जब भी कोई कस्टमर मैच के भाव को लगाता था तो स्मार्ट फोन में फोन किया करते थे जिसके बाद उन्हें एक खास तरह का 4 डिजिट का यूनिक कोड देना होता था. यूनिक कोड मिलते ही सामने वाले की कॉल नॉन स्मार्टफोन पर चली जाती थी जिसके बाद हर मैच की जानकारी और उससे जुड़े रेटों पर डीलिंग होती थी. पुलिस के मुताबिक हर नॉन स्मार्टफोन के मेंटेनेंस के लिए 3000 रुपये महीना लिया जाता था. अगर फोन खराब हो जाए तो उसका मेंटेनेंस किया जाता था. यह नेटवर्क सिर्फ उन्हीं लोगों के पास था जो काफी समय से इस खेल से जुड़े थे. साथ ही इन सभी 167 नॉन स्मार्ट फोन में सिर्फ इनकमिंग की सुविधा थी,
किसी को कॉल करने की सुविधा इस फोन में इसलिए नहीं दी जाती थी ताकि पुलिस, या फिर किसी और से इस नेटवर्क की जानकारी साझा न हो सके. अभी तक पुलिस ने सिर्फ दो लोगों को गिरफ्तार किया है.लेकिन दिल्ली एनसीआर में चल रहे इस नेटवर्क में लाखों करोड़ों की रकम का खेल हो रहा है जिसके पीछे कई बुकी जुड़े हैं. फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर इनके साथियों के बारे में पता लगा रही है. यह पूरा कंट्रोल रूम दिल्ली के जगतपुरी इलाके में जातिर नागर के घर बना हुआ था, जहां से मनोज नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया. मनोज ने बताया कि इस रैकेट पर अवनीत थापर नाम के शख्स का कंट्रोल है. फिर अवनीत को भी गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में दूसरे आरोपियों की तलाश जारी है.