हापुड़ : यूपी के हापुड़ में गैंगरेप की शिकार हुई महिला की खुदकुशी की कोशिश के बाद जो सच्चाई सामने आई है उसे सुन किसी का भी दिल दहल जाएगा. आग की वजह से 75 से 80 फीसदी जल चुकी महिला ने जो कहा है उसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे. पीड़िता ने कहा, ‘मेरी इच्छा थी की मैं मर जाऊं. कोई भी इस दर्द से नहीं गुजरना चाहेगा. लेकिन गनीमत है अब लोग मेरा रेप नहीं करेंगे क्योंकि मैं पूरी तरह जल चुकी हूं.’ बाबूगढ़ थाने में दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक महिला की 10 साल पहले हापुड़ में शादी कराई गई. उस वक्त महिला की उम्र 14 वर्ष की थी. शादी के सालभर बाद यह रिश्ता टूट गया जिसके बाद महिला अपने पहले पति से हुए बच्चे के साथ अपने पिता के घर रहने आ गई.
कुछ महीने के बाद महिला के पिता और चाची ने उसे 10,000 रुपए में एक व्यक्ति को बेच दिया. जिस व्यक्ति ने महिला को खरीदा था उसके साथ साल 2011 में उसकी शादी हो गई. महिला को दूसरे पति के साथ भी एक बच्चा हुआ. एफआईआर रिपोर्ट के मुताबिक 2014 में महिला के साथ ज्यादती होनी शुरू हुई. महिला के मौजूदा पति ने एक व्यक्ति से 10% ब्याज पर कर्ज लिया था जिसे वह चुका नहीं पा रहा था. गरीबी का लाभ उठाते हुए कर्ज देने वाले व्यक्ति ने महिला के साथ कई बार रेप किया. उसने यह भी धमकी दी कि उसे गांव में बदनाम कर देगा. उस व्यक्ति के साथ महिला को तीसरा बच्चा हुआ. महिला ने शिकायत में कहा है कि इस मामले के बारे में उसने अपने पति को कई बार बताया.
पति ने उसे चुप रहने को कहा और दूसरे घरों में मजदूर के तौर पर काम करते रहने को कहा. 2016 में भी महिला के साथ शम्मु नाम के एक व्यक्ति ने फर्म में अकेला पाकर रेप किया. 2017 में महिला ने एफआईआर में कहा है कि उसके साथ 14 अलग-अलग लोगों ने रेप किया. इन 14 लोगों में गुड्डु, मधु, विपिन, गरुमीत, रम्मू, अनुज, गोपाल, डॉक्टर सुभाष, नगीनू, केदार और कुछ अन्य लोगों के नाम शामिल हैं. महिला ने अपने साथ हुए रेप के बारे में एसएचओ से शिकायत की तो कोई कार्रवाई नहीं की गई. महिला ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नबंर(1076) पर भी कॉल किया लेकिन उसे नहीं सुना गया. महिला की मुलाकात एक भंडारे में एक व्यक्ति से हुई जिससे उसने अपने आपबीती सुनाई. वह महिला की मदद करने को तैयार हो गया.
महिला और उसके दोस्त को आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी. महिला अपने दोस्त के साथ गांव छोड़कर जाने पर मजबूर हो गई. नवंबर 2018 में महिला उस व्यक्ति के साथ मुरादाबाद में रहने लगी. महिला को वहां भी आरोपियों से धमकी मिलती रही. महिला ने धमकियों से तंग आकर खुद को आग के हवाले कर लिया. महिला को पहले मुरादाबाद में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने के चलते उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया. इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 366(अपहरण), 328, 376, 376डी और 506 के तहत 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
गांव वालों का इन आरोपों पर कहना है कि यह सभी आरोप झूठे और मनगढ़ंत हैं. महिला के दूसरे पति का कहना है कि यह सभी आरोप गलत हैं. शादी के बाद से ही महिला की आदत रही है, छोटी-छोटी बातों पर पुलिस बुला लेने की. महिला ने ऐसे आरोप इसलिए लगाए हैं क्योंकि उसके पास कहीं और जाने का चारा नहीं है. एफआईआर का जिक्र किया गया है. मामला भले ही दिल्ली का न हो लेकिन इस मामले में दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने भी संज्ञान लिया है. स्वाति मालिवाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग करते हुए पत्र लिखा है.