नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि डिफेंस एक्स्पो का अगला संस्करण यह दिखाएगा कि भारत रक्षा अनुसंधान और विकास, उत्पादन और सेना के इस्तेमाल के लिए आधुनिक प्रौद्योगकियों को लागू कर क्या हासिल करने में सक्षम है। गुजरात के गांधीनगर में अगले साल 11-13 मार्च को भारत की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी डिफेंस एक्स्पो के 12वें संस्करण का आयोजन किया जाएगा।
आगामी एक्स्पो पर राजदूतों की एक बैठक को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में भारत का रक्षा निर्यात 334 प्रतिशत तक बढ़ गया है और अब भारत 75 से अधिक देशों को सैन्य उपकरणों का निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा, ”हमारा निर्यात प्रदर्शन हमारे रक्षा उत्पादों की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा का मजबूत संकेत है।”
रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह प्रदर्शनी सभी आधुनिक प्रौद्योगिकियों को एक छत के नीचे लेकर आएगी और एयरोस्पेस तथा रक्षा उद्योग में पक्षकारों को असंख्य अवसर उपलब्ध कराएगी। सिंह ने कहा, ”डिफेंस एक्स्पो-2022 यह दिखाने जा रहा है कि भारत रक्षा अनुसंधान एवं विकास और उत्पादन, आधुनिक तकनीकों, उदारवादी सहयोगी नीतियों को लागू कर क्या हासिल कर सकता है। ये नीतियां हमने पांच से सात वर्षों की छोटी अवधि के लिए पेश की है।”
उन्होंने राजदूतों से कहा कि एक्स्पो में उनके देशों के भाग लेने से रक्षा क्षेत्र में ”परस्पर लाभप्रद संबंधों” का विकास होगा। उन्होंने कहा, ”भारत परस्पर लाभप्रद सहयोगी आधार पर व्यापार करने के लिए खुला है।”
उन्होंने कहा, ”साथ ही मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि गुजरात की संस्कृति, कला, भोजन और प्रकृति इतनी समृद्ध है कि डिफेंस एक्स्पो-2022 भाग लेने वाले प्रतिनिधियों पर गहरी छाप छोड़ेगा।”
सिंह ने कहा कि प्रदर्शनी का ध्यान भारत को सैन्य हार्डवेयर के निर्माण के लिए उभरते हब के तौर पर पेश करना होगा। डिफेंस एक्स्पो में प्रमुख वैश्विक और घरेलू सैन्य कंपनियों के भाग लेने की उम्मीद है। डिफेंस एक्स्पो का 11वां संस्करण पिछले साल लखनऊ में हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि आगामी डिफेंस एक्स्पो की थीम ”भारत : उभरते रक्षा निर्माण हब” है।