लखनऊ : अहमदाबाद शहर के ओढव इलाके में करीब दो दशक पहले एक सरकारी आवासीय योजना के तहत बनी चार मंजिला इमारतें ढह गई, जिसमें से चार लोगों को सुरक्षित निकाला गया, जबकि कई अन्य के फंसे होने की आशंका है. गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तथा स्थानीय दमकल विभाग की टीमों को मलबे से लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है. ये इमारत चार मंजिला थी.
चीफ एडिशनल फायर ऑफिसर ने बताया कि दस लोगों के फंसे होने की आंशका है और दो लोगों को मलबे से निकाला जा चुका है. इस बिल्डिंग में कुल 32 फ्लैट थे जिनको मकान खाली करने के लिए नोटिस दिया जा चुका था. उन्होंने कहा कि बाद में यह पता किया जाएगा कि वे लोग फिर से इस बिल्डिंग में कैसे घुसे. अहमदाबाद के गांधी नगर से दो एनडीआरएफ की दो टीमें रवाना हो चुकी हैं. गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा कि नगरपालिका निगम, राज्य सरकार, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और फायर की टीम बचाव कार्य में लगी हैं. 5 एनडीआरएफ टीमों को तैनात किया गया है. मशीनरी तुरंत तैनात करने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि ये टीमें बचाव अभियान के लिए आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रही हैं. जडेजा ने कहा, ‘‘इमारत को अहमदाबाद नगर निगम के अधिकारियों द्वारा शनिवार को उस समय खाली कराया गया था, जब उन्हें लगा कि इमारत कभी भी गिर सकती हैं. लेकिन कुछ निवासी आज वापस आए और वे इनके ढहने के वक्त इमारत के अंदर ही थे.’’
जडेजा ने कहा कि मलबे में आठ दस लोगों के फंसे होने की आशंका है.