अहमदाबाद : गुजरात में आज बीजेपी के 21 मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी. पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा पार्टी के सभी बड़े नेता मौके पर मौजूद रहेंगे. लेकिन सबसे खास बात यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे. नीतीश कुमार काफी सालों के बाद गुजरात के दौरे पर जा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल के अलावा मंत्रिमंडल में कौशिक पटेल, सौरभ पटेल, आरसी फड़डू, बाबू पोखरिया भूपेंद्र चुडासमा, गणपत वसावा, प्रदीप सिंह जडेजा, दिलीप ठाकोर, कुमार कनानी, रमण पाटकर, जयेश रादडिया, परबत पटेल, ईश्वर परमार, ईश्वर पटेल, विभावरी दवे और बचुभाई खाबड़ मंत्रिमडल में शामिल हो सकते हैं. शपथ ग्रहण समारोह में रूपानी और पटेल के साथ राज्यपाल ओपी कोहली कई अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिला सकते हैं. गुजरात भाजपा के अध्यक्ष जीतू वाघानी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, भाजपा एवं राजग शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के इस शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचने की संभावना है.इस कार्यक्रम के लिए कई केंद्रीय मंत्रियों एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही संतों और विभिन्न धर्मों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि रूपाणी और नितिन पटेल के अलावा छह से नौ कैबिनेट मंत्रियों सहित करीब 21 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है. सूत्रों ने कहा, ‘‘पिछली सरकार में मंत्री रहे कई वरिष्ठ नेता मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं.’ कैबिनेट के लिए भूपेंद्र सिंह चूड़ासमा, कौशिक पटेल, गणपत वसावा, दिलीप ठाकोर, बाबूभाई बोखिरिया और प्रदीपसिंह जडेजा के नाम चल रहे हैं. कुछ नए चेहरों को राज्य मंत्रियों के रूप में सरकार में शामिल किया जा सकता है.
पिछली सरकार में रहे छह मंत्री चुनाव हार चुके हैं. विधानसभा अध्यक्ष रहे रमनलाल वोरा को भी पराजय का सामना करना पड़ा. रूपाणी और पटेल 22 दिसंबर को केंद्रीय पर्यवेक्षकों – वित्त मंत्री अरुण जेटली और पार्टी महासचिव सरोज पांडे की उपस्थिति में भाजपा विधायक दल के क्रमश: नेता और उपनेता चुने गए थे. भाजपा ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में 182 सदस्यीय सदन में 99 सीटें जीतकर सामान्य बहुमत हासिल किया था.
वैसे पार्टी की सीटें इस बार 16 कम हो गईं. उसने 2012 में 115 सीटें हासिल की थीं. भाजपा ने गुजरात में लगातार छठी बार विधानसभा चुनाव जीता है. विपक्षी कांग्रेस अपनी सीटें बढ़ाने में कामयाब रही है. उसे 2012 में 61 सीटें मिली थीं, इस बार उसने 77 सीटें जीती हैं. सहयोगियों के साथ मिलकर विधानसभा में उसके पास कुल 80 सीटें हो गई हैं.