लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डकैती, लूट, बलात्कार की घटनायें रूकने का नाम ही नहीं ले रही है। प्रदेश की राजनीति में ही जब असुरक्षा और आतंक का माहौल व्याप्त हो गया है तो फिर पूरे प्रदेश के हालात को आसानी से समझा जा सकता है। लखनऊ में काकोरी के कटौली और बनियाखेड़ा में हुयी डकैती की घटना के बाद एक बार फिर मलिहाबाद के सरांव गांव में 2 डकैती पड़ गई और श्यामू रावत की हत्या इस बात को प्रमाणित करती है कि अपराधी के बेखौफ है। उन्हें राज्य सरकार और इसकी पुलिस का कोई खौफ नहीं रह गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 10 महीने की भाजपा सरकार में आम जनता दहषत का शिकार हो गयी है। लचर शासन व्यवस्था की वजह से पुलिस प्रशासन की उदासीनता जग जाहिर हो गयी हैं। सूबे के मुखिया न तो पीड़ितों की सुध ले रहे हैं और न ही कानून का राज कायम करने में सफल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री जी सिर्फ इनकाउंटर को समाधान मानते है जबकि अपराधी खुलेआम सरकार को चुनौती देते नज़र आ रहे है।
अखिलेश यादव ने राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठाते हुये कहा कि प्रदेश में गुंडाराज और अराजकता की वजह से उद्योगपति कैसे प्रदेश में निवेश के लिये आयेंगे? लूट, हत्या, डकैती, बलात्कार अगर रहेगा तो सरकार की जिम्मेदारी क्या है? इसलिए यूपी 100 व्यवस्था को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। समय रहते भय और अपराध मुक्त प्रदेश का वायदा निभाना चाहिए। बिना कानून का राज स्थापित किये प्रदेश का विकास नहीं हो सकता।
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