सीतापुर। नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी लहरपुर हनीफ खान के चर्चे जिस तरीके से चारों तरफ लहरा रहे हैं वह बयां कर रहे हैं उनकी कार्यशैली की हकीकत तो साथ ही साथ उनका वाहन भी उनका रुतबा बयां कर रहा है बताते हैं और चर्चा है कि सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश है कि कोई भी अधिकारी अपने वाहन पर यह नंबर प्लेट पर अपना पद नाम लिखकर नहीं चला सकता लिहाजा जिन वाहनों पर यह लिखा हुआ था उन वाहनों की प्लेट या तो कबर से बंद करा दी गई या फिर उनको हटवा दिया गया लेकिन यहां पर नगर पंचायत अधिकारी हनीफ खान के निजी वाहन पर उत्तर प्रदेश सरकार लिखा हुआ है जो की शासनादेशो के विपरीत है जो यह भी साफ साफ दर्शा रहा है कि शासन आदेशों और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी किस तरीके से पालन करते हैं ।
ईओ हनीफ खान, और हर तरफ से शासन की नीतियों की और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए लहरपुर के आवाम को अपना रुतबा दिखा रहे हैं ,नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी हनीफ खान और उसके बावजूद भी अधिकारियों की चुप्पी क्यों है? यह सवाल बन चुका है, इस तरीके से कार्य शैली इस्तेमाल कर रहे हैं और उसके बावजूद भी उच्च स्तरीय अधिकारी यह सब जानते हुए भी इसको नजरअंदाज क्यों कर रहे हैं? तो जनता के साथ किस तरीके का सुलूक नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी कर रहे हैं। यह बदस्तूर समझा जा सकता है ।अब इस मामले में उच्च स्तर से कोई कार्यवाही कितनी संभव हो पाएगी यह तो समय ही बताएगा लेकिन जिस तरीके का रवैया है। वह तो सामने साफ दिख रहा है। जिस पर कार्यवाही की आवश्यकता है। जिससे शासनादेशओ के साथ खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को यह पता चल सके कि उनके साथ किस तरीके कार्यवाही की जा सकती है।