लोगों को लगता है कि वजन बढ़ने का कारण गलत खान-पान और एक्सरसाइज ना करना ही है। जबकि यह गलत है क्योंकि जो लोग अपने खान-पान को लेकर सीरियस होते हैं उनका भी वजन बढ़ने लगता है। तो बता दें कि यह समस्या हॉर्मोनल असंतुलन के कारण भी होती है। जी हां, अगर हार्मोन्स का स्तर गड़बड़ा जाए तो भी वजन बढ़ना शुरू हो जाता है। चलिए जानते हैं क्यों होता है ऐसा और कैसे पाएं इससे छुटकारा।
हार्मोन्स असंतुलन है वजन बढ़ने का कारण
जब शरीर में हॉर्मोंन बहुत ज्यादा बढ़ने या फिर कम होने शुरू हो जाते हैं तो यह हार्मोन इम्बैलेंस कहलाता है। इनका संतुलन बिगड़ जाने पर मेटाबॉलिज्म और पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे वजन बढ़ने लगता है। साथ ही इसका वजह से नींद की कमी, तनाव और चिड़चिड़ापन की परेशानी भी ढेलनी पड़ती है।
क्या है हार्मोन?
हार्मोन शरीर के वो केमिकल घटक होते हैं, जिनको शरीर में कई ग्रंथियां बनती हैं। ये शक्तिशाली केमिकल खून के साथ पूरे शरीर में फैले होते हैं और ऊतकों व अंदरूनी अंगों को उनके काम में मदद करते हैं। ये सिस्टम के लगभग हर पहलू को प्रभावित करते हैं, जिसमें मेटाबॉलिज्म और प्रजनन आदि भी शामिल हैं। सोने, जागने, उत्साहित होने, शांत रहने, कॉफी पीने जैसी तमाम इच्छाएं और क्रियाएं हॉर्मोनल एक्टिविटी में ही शामिल हैं।इन बीमारियों का भी रहता है खतरा
इससे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिल से जुड़े रोग, मोटापा, स्तन व गर्भाशय का कैंसर, अवसाद, पीसीओएस, बांझपन आदि कई गंभीर रोग भी हो सकते हैं।
हार्मोनल असंतुलन के कारण
ओबेसिटी, फूड एलर्जी या किसी खाद्य पदार्थ के प्रति संवेदनशीलता, पाचन तंत्र में गडबडी, लगातार दबाव में काम करने, टॉक्सिंस, पौष्टिक तत्वों की कमी, दवा, आनुवंशिक कारण और संक्रमण आदि से हॉर्मोनल असंतुलन हो सकता है।
ऐसे पहचानें लक्षण
हॉर्मोनल असंतुलन के लक्षणों में कुछ हैं- अचानक वजन बढ़ना, गर्दन के पास पिग्मेंटेशन, असामान्य हेयर ग्रोथ, बालों का बेजान होना, हेयरफॉल, नाखूनों का रंग सफेद होना, त्वचा का रूखापन व झाइयां, कमर की माप बढते जाना और हिप एरिया में फैट का अत्यधिक जमाव, असामान्य बीएमआइ, मूड स्विंग और डिप्रेशन।
ऐसे संभालें हॉर्मोन्स
सबसे पहले अपनी दिनचर्या बदलें और खुद को फिट रखने की कोशिश करें। हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, मेडिटेशन, पर्याप्त पानी पीना, भरपूर नींद लेना और फास्ट फूड से परहेज जैसी अच्छी आदतों को अपनी रूटीन बनाएं। इसके अलावा हॉर्मोन्स को संतुलित रखने के लिए अपनी डाइट में मछली, अलसी के बीज, सोयाबीन, टोफू, अखरोट, ऑलिव ऑयल, नारियल तेल, मेथी, हरी सब्जियां और अंकुरित अनाज को अपनी डाइट में शामिल करें।
नींद का समय भी करें तय
नींद की मी या समय पर ना सोने से भी हार्मोन्स का स्तर बिगड़ जाता है। ऐसे में इन्हें बैलेंस करने के लिए जरूरी है कि आप समय सोए व उठे ओर 7-8 घंटे की भरपूर नींद लें।
गलत खान-पान ही नहीं, इस कारण भी बढ़ने लगता है वजन
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