लखनऊ /नई दिल्ली: गर्मियों की छुट्टियों के बाद उच्चतम न्यायालय आज से फिर खुलेगा और आधार सहित कई महत्वपूर्ण मामलों में फैसला आने की संभावना है. शीर्ष अदालत अयोध्या विवाद पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आठ साल पुराने फैसले के खिलाफ तथा मुस्लिमों में बहुविवाह की परंपरा को चुनौती देने वालों की अपीलें सुनने का काम फिर शुरू करेगी.
शीर्ष अदालत राष्ट्रीय राजधानी में उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच शासन संबंधी श्रेष्ठता के सवाल को लेकर दायर याचिकाओं पर भी फैसला सुना सकती है. वर्तमान मुख्य सतर्कता आयुक्त के वी चौधरी और सतर्कता आयुक्त टी एम भसीन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर भी आज फैसला आ सकता है. दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण , असम राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और मणिपुर मुठभेड़ हत्या सहित अन्य मामलों में सुनवाई होने की संभावना है.
नए सालिसिटर जनरल की नियुक्ति नहीं हुई
सुप्रीम कोर्ट के 44 दिन की लंबी छुट्टियों के बाद फिर से खुलने से पहले सरकार के नए सालिसिटर जनरल को नियुक्त करने की संभावना थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. विधि समुदाय ने इस पर चिंता व्यक्त की है. सरकार में दूसरी सर्वोच्च रैंकिंग वाले विधि अधिकारी का पद पिछले साल 20 अक्तूबर को वरिष्ठ अधिवक्ता रंजीत कुमार के इस्तीफे के बाद से खाली पड़ा है. फिलहाल शीर्ष अदालत में सात अतिरिक्त सालिसिटर जनरल हैं जिसमें मनिंदर सिंह , तुषार मेहता , आत्माराम नदकर्णी , पिंकी आनंद , विक्रमजीत बनर्जी , अमन लेखी और संदीप सेठी शामिल हैं.
पद पर तत्काल नियुक्ति की जरूरत पर प्रतिक्रिया देते हुये वरिष्ठ अधिवक्ता मोहन परासरन ने कहा कि यह ऊंचा संवैधानिक पद है जिसे लंबे वक्त तक खाली नहीं रखा जाना चाहिए.