राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि युवा पीढ़ी नई प्रगतिशील सोच के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और मूल्यों को आत्मसात करते हुए नए भारत के निर्माण में अपना योगदान दें। गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि आज का दिन न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के प्रति संकल्प को दोहराने का है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और संविधान के प्रमुख शिल्पी बाबा साहब आंबेडकर समेत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का नमन करते उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि पिछला एक वर्ष कोरोना महामारी के कारण हम सभी के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है। इस महामारी के विरूद्ध उत्तराखंड सहित पूरे देश ने एक अद्भुत आत्म विश्वास और संकल्प का प्रदर्शन किया। उत्तराखंड में कोविड के मामलों में अब बहुत कमी आई है, लेकिन हमें अभी भी पूरी सावधानी रखनी आवश्यक है। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश की ग्रामीण जनता को बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएं आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए।
सौभाग्य योजना लोगों के घरों में उजाला ला रही है। वहीं, हर घर को नल से जल योजना में अगले वर्ष की समाप्ति तक हर ग्रामीण घर को पानी का कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है। कहा कि आज हम सभी नए भारत के निर्माण के साक्षी बन रहे हैं। अब वह दिन दूर नहीं, जब भारत एक बार पुनः विश्व गुरू की पदवी पर आसीन होगा। कोविड-19 महामारी से सफलतापूर्वक लड़कर और फिर अपनी स्वयं की वैक्सीन बनाकर भारत ने एक बार पुनः अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गणतंत्र दिवस पर राज्यवासियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, संविधान निर्माताओं और राज्य आन्दोलनकारियों को नमन करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस हमारे संविधान के निर्माण का एक उत्सव है। आज के दिन हमारे देश में संविधान को लागू किया गया था। तब से यह अनूठा संविधान हमारे राष्ट्र को गौरव के शिखर तक ले जाने में निरंतर मार्गदर्शन करता आ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस स्वाधीनता सेनानियों के त्याग एवं बलिदान का स्मरण भी कराता है। इसके साथ ही यह एक अवसर है जब हमें देशभक्तों के सपनों को साकार करने और अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध होने का संकल्प लेना चाहिए।