नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद परनीत कौर ने नई मोदी सरकार के पहले बजट को आशाओं के विपरीत बजट करार देते हुए मंगलवार को कहा कि आजाद भारत में गठबंधन की सरकारों में देश की अर्थव्यवस्था का सुनहरा दौर रहा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट लोगों की उम्मीदों के प्रतिकूल रहा है। बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए कौर ने देश की पहली पूर्णकालिक वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश करने के लिए निर्मला सीतारमण को बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश में तीन बजट को परिवर्तनकारी माना जाता है। पहला ऐसा बजट 1991 में तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पेश किया गया ।
जिसने भारत की अर्थव्यस्था की दशा और दिशा बदल दी। कौर ने कहा कि इसके बाद 1997 में पी चिदंबरम ने ड्रीम बजट पेश किया और फिर 2004 में संप्रग सरकार का पहला बजट आया। इन दोनों बजट ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में बड़ी भूमिका निभाई। पटियाला से कांग्रेस सांसद ने कहा कि गठबंधन की सरकारों में भारत की अर्थव्यवस्था का सुनहरा दौर रहा। उन्होंने कहा कि प्रचंड बहुमत होने के बावजूद मोदी सरकार का यह बजट लोगों की आशाओं और अकांक्षाओं के विपरीत रहा है। कौर ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि बजट में रक्षा खर्च के लिए कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया।