पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शाहिद आफरीदी और पूर्व भारतीय क्रिकेट गौतम गंभीर के जुबानी जंग जारी है। गंभीर के इलाज वाले बयान पर अब आफारीदी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि गंभीर को दिमागी समस्या है और यदि वह चाहता है तो मैं अपने अस्पताल में उसका इलाज कराऊंगा ।आफरीदी ने कहा कि यदि उसे वीजा की दिक्कत है तो मैं उसके लिए जल्दी वीजा मिलने का बंदोबस्त भी कर दूंगा।
आफरीदी ने ये बातें अपनी आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ के विमोचन के मौके पर कही। बता दें कि आफरीदी ने अपनी किताब में गंभीर के बारे में नकारात्मक बातें लिखी हैं। अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में व्यांग्यत्मक रूप में गंभीर के बारे में लिखा कि वह इस तरह का व्यवहार करते हैं जैसे वह डॉन ब्रैडमैन और जेम्स बांड दोनों की काबिलियत रखने वाला है और उसका रवैया भी अच्छा नहीं है और न ही उसके कोई महान रिकार्ड हैं।
इसके जवाब में गंभीर ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान को ‘मनोचिकित्सक’ के पास ले जाने की पेशकश की। और अब आफरीदी ने गंभीर की बातों का जवाब दिया है। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच मैदान के अंदर और बाहर अच्छा तालमेल नहीं रहा है जो आफरीदी की इस तरह की टिप्पणी में यह साफ झलकता है। दोनों की दुश्मनी की शुरुआत 2007 में हुई। साल 2007 में कानपुर में द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला में दोनों के बीच बहस हो गई थी। आफरीदी ने हाल में स्वीकार किया कि उन्होंने उम्र संबंधित धोखाधड़ी की थी और जब उन्होंने अपने पर्दापण मैच में शतक जड़ा था तो वह 16 के नहीं बल्कि 21 साल के थे। जबकि वर्षों से माना जा रहा था कि वह तब 16 साल के थे।