लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी परियोजना गंगा एक्सप्रेसवे की जल्द शुरूआत के लिए सरकार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एक हजार करोड़ रूपए का अनुपूरक बजट पेश कर सकती है। एक्सप्रेस का निर्माण अगले साल शुरू होने की संभावना है। परियोजना के पहले चरण में प्रयागराज से मेरठ के बीच 596 किमी के 6 लेन का निर्माण किया जाएगा। राज्य सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस आशय की घोषणा की थी। अधिकृत सूत्रों ने बताया कि 8 जुलाई से शुरू होने वाले राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में परियोजना के लिए सरकार एक हजार करोड़ रूपए का अनुपूरक बजट सदन के पटल पर रख सकती है।सूत्रों ने बताया कि बलिया से उत्तराखंड की सीमा तक जाने वाला 1029 किमी लंबा यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज,मेरठ और बिजनौर को जोड़ेगा। विस्तृत कार्ययोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की मंजूरी के बाद प्रयागराज और मेरठ के बीच भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया सरकार शुरू करेगी। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती भी 40 हजार करोड़ की एक्सप्रेस परियोजना की घोषणा की थी लेकिन अब पूरी परियोजना की लागत 36 हजार करोड़ रूपए आंकी गई है। एक्सप्रेस वे का निर्माण गंगा नदी से 10 किमी के दायरे में होगा। एक्सप्रेस का निर्माण अगले साल शुरू होने की संभावना है। परियोजना के पहले चरण में प्रयागराज से मेरठ के बीच 596 किमी के 6 लेन का निर्माण किया जाएगा।
गंगा एक्सप्रेसवे के लिए अनुपूरक बजट ला सकती है योगी सरकार
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