बाँदा। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में माताटीला बांध से चार लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने से शनिवार को यमुना नदी खतरे का निशान पार कर गयी है। वहीं बेतवा नदी ने खतरे के निशान को छू लिया है। वाराणसी से एनडीआरएफ टीम को बचाव कार्य के लिये बुला लिया गया है। बाढ़ से जिले के 150 गांवों पर खतरा मंडराने लगा है। वही हजारों एकड़ खरीफ की फसल डूब गयी है। अपर जिलाधिकारी विनय प्रकाश श्रीवास्तव ने यहां बताया कि शुक्रवार देर रात माताटीला बांध से चार लाख क्यूसिक अचानक छोड़ दिया गया है। जिससे यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार गया है। इसी प्रकार बेतवा नदी खतरे के निशान पर बह रही है। दोनों नदियों के किनारे बसे करीब 150 गांवों पर बाढ़ का खतरा खमंडरानाने लगा है। गांव वालों को सतर्क कर दिया गया है। कभी भी गांव खाली करने का आदेश दिया जा सकता है। जिला प्रशासन के अधिकारी गावों के आसपास बने आवासों के लोगों से सम्पर्क कर उनका हाल चाल ले रहे है। वहीं बेतवा नदी ने खतरे के निशान को छू लिया है। वाराणसी से एनडीआरएफ टीम को बचाव कार्य के लिये बुला लिया गया है। बाढ़ से जिले के 150 गांवों पर खतरा मंडराने लगा है। वही हजारों एकड़ खरीफ की फसल डूब गयी है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ को राहत कार्य के लिये बुला लिया गया है।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही हमीरपुर में यमुना नदी, फसल जलमग्न
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