अशाेक यादव, लखनऊ। क्रांतिधरा पर आज मेरठ के संस्कृति रिसॉर्ट मैदान में दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे। वह किसान आंदोलन के साथ पश्चिम यूपी के किसानों के मुद्दों को उठाएंगे।
महापंचायत के मंच पर खासबात यह होगी कि हाल ही में दूसरे दलों को छोड़कर पार्टी में शामिल हुए कई नेताओं के साथ किसान संगठनों के प्रतिनधि और खापों को चौधरी भी होंगे। अरविंद केजरीवाल क्रांतिधरा से किसान राजनीति का नया आगाज करेंगे।
आम आदमी पार्टी के सांसद, विधायकों, पदाधिकारियों और नेताओं ने किसान महापंचायत की तैयारियों को शनिवार शाम पूरा कर लिया। प्रशासन की ओर से भी अनुमति जारी कर दी गई। इसकी जानकारी प्रदेशाध्यक्ष सभाजीत सिंह ने दी।
आम आदमी पार्टी की ओर से सूबे में पहली किसान महापंचायत पश्चिम यूपी में आयोजित की जा रही है। महापंचायत स्थल पर सभी तैयारियों का सांसद संजय सिंह और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने जायजा भी लिया।
पिछले दिनों अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में किसानों और खाप पंचायतों के चौधरियों को सम्मानित करने के साथ उनसे किसानों की समस्याएं जानी थी। सांसद संजय सिंह और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह का कहना है कि मेरठ की किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी और मेरठ से किसान आंदोलन में नया संदेश पूरे प्रदेश और देश में जाएगा।
आम आदमी पार्टी ने पश्चिमी यूपी में खाप पंचायतों के साथ किसानों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों में पैठ बनाई है। इस मुहिम में खुद पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं सांसद संजय सिंह शामिल रहे।
खाप पंचायतों के साथ किसानों, अन्य संगठनों के किसान आंदोलन समर्थकों को किसान महापंचायत मुहिम से जोड़ा। इसका असर आज देखने को मिलेगा। आम आदमी पार्टी के इस फार्मूले ने खाप पंचायतों के साथ किसान संगठनों के नेताओं से नजदीकियां बढ़ाने के साथ भाजपा व अन्य दलों की परेशानियां बढ़ा दी है।
21 फरवरी को दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसान संगठनों के प्रतिनिधियों और पश्चिमी यूपी के किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को दिल्ली विधानसभा में बुलाया था। पश्चिमी यूपी के किसानों से मुद्दों को जाना और अरविंद केजरीवाल ने खाप चौधरियों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को सम्मानित कर उनका दिल जीत लिया।
पार्टी की टीम मेरठ जिले में तो दौरा कर ही रही है, साथ ही सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बागपत जिलों में भी गए। गांवों में नुक्कड़ बैठक और चौराहों पर जनसंपर्क अभियान चलाया।