अशाेक यादव, लखनऊ। देश में संक्रमण के मामले शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को कुछ कम रहे। शुक्रवार को जहां नए मामले चार लाख को पार कर गए थे, वहीं शनिवार को पिछले 24 घंटे में इनकी संख्या 3,92,459 रही है। हालांकि, देश में कोरोना के ऐक्टिव केस बढ़कर अब 33 लाख के पार हो गए हैं। इस दौरान कोरोना की वजह से रिकॉर्ड 3684 लोगों ने दम तोड़ा।
कोरोना के 3 लाख 92 हजार 459 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,95,49,910 हो गई तथा 3684 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,15,523 हो गई। उपचाराधीन लोगों की संख्या बढ़कर 33,43,910 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 17.06 प्रतिशत है तथा मरीजों के ठीक होने की दर और गिरकर 81.84 प्रतिशत रह गई है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,59,81,772 हो गई है और मृत्यु दर 1.11 प्रतिशत है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक 30 अप्रैल तक 28,83,37,385 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 19,45,299 नमूनों की शुक्रवार को जांच की गई।
पिछले 24 घंटे में 3684 की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 802, दिल्ली में 412, उत्तर प्रदेश में 304, छत्तीसगढ़ में 229, कर्नाटक में 271, गुजरात में 172, राजस्थान में 160, उत्तराखंड में 107 और झारखंड में 169, पंजाब में 138 और तमिलनाडु में 147 लोगों की मौत हुई।
देश में संक्रमण के कारण अब तक कुल 2,15,523 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र में 69,615, दिल्ली में 16,569, कर्नाटक में 15,794, तमिलनाडु में 14,193, उत्तर प्रदेश में 12,874, पश्चिम बंगाल में 11,447, पंजाब में 9160 और छत्तीसगढ़ में 8810 लोगों की मौत हुई है।
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। यहां रोजाना 25 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। वहीं एक दिन में सबसे ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई है। पिछले 24 घंटे के दौरान 412 लोगों की कोविड के कारण मौत हुई है। यह एक दिन में हुई मौत की अबतक की सबसे ज्यादा संख्या है। लगातार दसवें दिन राजधानी में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, राजस्थान और बिहार उन 10 राज्यों में शामिल हैं जहां एक दिन में कोविड-19 संक्रमण के 73.71 प्रतिशत नये मामले दर्ज हुए हैं। 10 राज्यों में इसके कारण नए मौत के आंकड़े 76.75 प्रतिशत हैं।