कोल्ड ड्रिंक्स पीना तो हर कोई पसंद करता है लेकिन यह आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती हैं। जी हां, कोल्ड ड्रिंक हो या डाइट सॉफ्ट ड्रिंक, दोनों ही सेहत को बराबर नुकसान पहुंचाते हैं। इससे कैंसर, डायबिटीज, मोटापा व हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं, हाल ही में हुए रिसर्च के मुताबिक, कोल्ड ड्रिंक पीने से किडनी पर असर पड़ता है, जिससे पथरी और किडनी फेल के चांसेस काफी हद तक बढ़ जाते हैं।
क्यों हानिकारक है सॉफ्ट ड्रिंक्स?
सॉफ्ट ड्रिंक्स में कलर केमिकल, कैफीन और एस्पार्टेम शामिल होता है। 350 उस कोल्ड ड्रिंक में लगभग 10 चीनी के चम्मच के बराबर मीठा होता है। साथ ही इनमें एक्स्ट्रा आर्टिफिशियल स्वीटनर्स भी शामिल होता है, जो कई बीमारियों का कारण बनता है। इसके अलावा इनमें ऐसे घटक शामिल होते हैं, जो शरीर को उनका आदी बना देता है। धीरे-धीरे इसके सेवन से डायबिटीज के साथ-साथ और भी कई खतरनाक बीमारी हो सकती है।कोल्ड ड्रिंक पीने के नुकसान
कैंसर का खतरा
कोल्ड ड्रिंक्स में कलर लाने के लिए कई केमिकल और अमोनियम कंपाउंड मिलाए जाते हैं। इसमें अमोनियम कंपाउंड, सल्फेट और चीनी रिएक्ट करके ऐसे रसायन बनाते हैं, जो लिवर व कैंसर के लिए जिम्मेदार है। इतना ही नहीं, सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन करने वाले पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर होने की आशंका 40 फीसदी तक बढ़ जाती है।
कोल्ड ड्रिंक्स बढ़ाते हैं वजन
अधिक चीनी युक्त पेय पदार्थों, जैसे सोडा, आदि मोटापे की बड़ी वजह हैं। करीब 600मि.ली. सोडा में 240 कैलोरी होती हैं। ऐसे में अगर आप रोजाना एक कैन कोल्ड ड्रिंक या सॉफ्ट ड्रिंक पीते हैं तो साल भर में आपका वजन साढ़े 14 पाउंड यानी करीब साढ़े 6 कि.लो. तक बढ़ सकता है।
हार्ट अटैक
स्टडी के अनुसार, जो महिलाएं हफ्ते में 2 या उससे ज्यादा डाइट सोडा पीती हैं, उनमें हार्ट अटैक का खतरा कोल्ड ड्रिंक ना पीने वाली महिलाओं की तुलना में 2 गुना ज्यादा होता है। यह स्टडी 50 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं पर की गई है।
टाइप 2 डायबीटीज
नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक्स पीने से टाइप 2 डायबीटीज का खतरा भी कई गुणा बढ़ जाता है। दरअसल, इसमें मौजूद चीनी को समायोजित करने के लिए शरीर को इंसुलिन की जरूरत पड़ती है, जिससे अग्नाशय पर दवाब पड़ता है, जो डायबिटीज का खतरा बढ़ाते हैं।
दांतों को नुकसान
इसका अधिक सेवन करने से शरीर में एसिड लेवल काफी बढ़ जाता है, जिसका असर सेहत के साथ-साथ दांतों पर भी दिखाई देता है। साथ ही इससे दांतों में दर्द, सड़न व कैविटी होने की आशंका भी बढ़ जाती है।
फैटी लिवर डिजीज
इसमें चीनी बहुत ज्यादा मात्रा में होती है, जो लिवर में जाकर जमा हो जाती है। बाद में यही चीनी फैटी लिवर डिजीज और अन्य बीमारियों का खतरा पैदा करती है।
सिरदर्द और माइग्रेन
इनमें मौजूद आर्टिफिशल स्वीटनर्स से सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या होती है। रिसर्च के मुताबिक, इनमें मौजूद आर्टिफिशल स्वीटनर्स मानसिक समस्याओं का कारक भी बन सकते हैं।
गठिया की समस्या
हेल्थ स्टडी के मुताबिक, एक शुगर ड्रिंक रोज पीने से गाठिया का खतरा काफी बढ़ जाता है। गाठिया वह परिस्थिति है जब शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड जमा हो जाता है। इससे जोड़ों में सूजन और जलन होने लगती है। इस शोध में 22 वर्षों तक 80 हजार महिलाओं का आकलन किया गया।
हड्डियों को पहुंचाता है नुकसान
कोल्ड ड्रिंक्स या सोडा ड्रिंक्स का अधिक सेवन करना बोन मिनरल डेंसिटी को प्रभावित करता है। इसके कारण हड्डियां जल्दी-जल्दी फ्रैक्चर होने लगती है। इतना ही नहीं, इन ड्रिंक्स में कैफीन होता है, जो पेशाब के माध्यम से शरीर से कैल्शियम एक्सक्रिशन की मात्रा में वृद्धि करता है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस और हाइपोकैलीमिया का खतरा बढ़ जाता है।
किडनी के लिए खतरनाक
कोल्ड ड्रिंक का सेवन किडनी के लिए भी हानिकारक है। कोल्ड ड्रिंक में एसिडिक लिक्विड और फास्फोरिक एसिड होता है, जिससे आपकी सिस्टम कुछ घंटों के लिए रूक जाता है। रिसर्च के मुताबिक, अधिक कोल्ड ड्रिंक पीने से किडनी पर असर पड़ता है, जिससे पथरी और किडनी फेल के चांसेस काफी हद तक बढ़ जाते हैं।
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