अशाेक यादव, लखनऊ। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को अपने खौफ से दहला दिया वहीं न जाने कितने परिवारों ने इस महामारी के चलते अपनों को खोया है। अभी कोरोना का खौफ कम हुआ नहीं था कि दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के नए वैरीएंट ओमिक्रोन के सामने आने की खबर ने सभी का दिल दहला दिया है और चिंता की स्थिति में डाल दिया है।
ऐसे में केंद्र सरकार के साथ-साथ प्रदेश सरकार भी किसी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहती। यही वजह है कि दोनों सरकारें हाई अलर्ट मूड में हैं। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर अपनी जोरदार तैयारी भी शुरू कर दी है। यूपी में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट से बचाव के लिए 80 हजार निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है। यह समितियां बाहर से आ रहे लोगों पर नजर रखेंगी और स्वास्थ्य विभाग को इनके बारे में जानकारी देंगी।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद की ओर से नए वैरिएंट से बचाव के लिए केंद्र द्वारा जारी गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर प्रदेश में पूरी सतर्कता बरती जा रही है। जांच व बेड आदि स्वास्थ्य सुविधाएं दुरुस्त हैं।बाहर से आने वालों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है।
जिन देशों में कोविड के नए वेरिएंट के केस सामने आ रहे हैं, उन देशों से आने वाले यात्रियों की 100 पर्सेंट आरटी-पीसीआर टेस्टिंग होगी। अगर कोई पॉजिटिव केस सामने आता है, तो केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक आइसोलेशन और क्वारंटाइन का नियम लागू होगा।
पॉजिटिव केस सामने आने पर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजा जाएगा। बैठक में अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए कि अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर की समीक्षा की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि केस बढ़ने की स्थिति में पर्याप्त संख्या में बेड्स हों।
वैक्सीनेशन में तेजी लाई जाए।विशेषज्ञों का मानना है कि नए वेरिएंट को लेकर अभी बहुत ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है कि यह किस तरह से बर्ताव करेगा, लेकिन कोविड नियमों का सख्ती से पालन करने के साथ-साथ वैक्सीनेशन कवरेज को बढ़ाया जाना चाहिए। अब भी मास्क पहनना, वैक्सीनेशन, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों से बचाव होगा।