अशाेक यादव, लखनऊ। प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने की साथी पुलिस कर्मियों के सामने खुद को कोरोना संक्रमण से बजाने की भी बड़ी चुनौती होगी।
वर्तमान में 500 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हैं, जिनमें जिला पुलिस में तैनात लगभग 340 कर्मी भी शामिल है। यही नहीं कोरोना की चपेट में आईपीएस अधिकारी भी आ चुके हैं।
पुलिस में संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए डीजीपी मुकुल गोयल ने पुलिस कर्मियों को कोविड प्रोटोकॉल का पूरी सख्ती से अनुपालन करने के कड़े निर्देश दिए हैं। डीजीपी एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को कोरोना की सतर्कता प्रिकॉशन डोज लगवा कर अधीनस्थों को सुरक्षा का संदेश भी दिया।
विभिन्न जिलों में तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा लगभग 90 पीएसी कर्मी भी कोरोनावायरस के चपेट में है। कुल संक्रमित पुलिसकर्मियों में जीआरपी, सुरक्षा मुख्यालय व अन्य शाखाओं में तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा एटीएस के कमांडो भी शामिल है।
कोरोना संक्रमण जयपुर में 184 पुलिसकर्मियों की जान भी जा चुकी है। ऐसे में पुलिस लाइन से लेकर थाना बा हर कार्यालय में साफ सफाई के साथ कोविड नियमों का पूरी सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया गया है। डीजीपी मुख्यालय में बुधवार को लगभग 760 पुलिस कर्मियों को सतर्कता डोज लगाई गई।
इनमें डीजी पावर कॉरपोरेशन एसएन साबत, डीजी एसआईटी रेणुका मिश्रा, एडीजी कार्मिक अजय आनंद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल है। जिलों में भी पुलिस कर्मियों को सतर्कता डोज लगवाई जा रही है। डीजीपी मुख्यालय में तैनात अधिकारी के अनुसार एक लाख से अधिक अधिकारियों व कर्मियों को सतर्कता डोज लगवाई जानी है।
2.14 लाख से अधिक पुलिसकर्मियों को कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं। लगभग 30 हजार पुलिस कर्मियों को दूसरा टीका लगवाया जाना है। गंभीर बीमारी वा अन्य कारणों से लगभग 50000 पुलिसकर्मियों को अभी कोरोना का टीका नहीं लग सका है।