लखनऊ। ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन ओपन सुपर सीरीज आज से शुरू हो रही है। यह टूर्नामेंट 15 मार्च तक चलेगा। कोरोनावायरस के कारण कई बैडमिंटन टूर्नामेंट रद्द हो रहे हैं। ऐसे में टोक्यो ओलिंपिक के लिए कोटा हासिल करने के लिए भारतीय खिलाड़ियों के पास बहुत कम मौके बचे हैं।
ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीतने वाली साइना नेहवाल और पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 किदांबी श्रीकांत अभी तक टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाए हैं। पीवी सिंधु, साईं प्रणीत और सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ओलिंपिक के लिए पहले ही क्वालिफाई कर चुकी है।
सिंधु पिछले साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने के बाद से ही खराब फॉर्म से जूझ रही हैं। पिछले साल सितंबर में वे फ्रेंच ओपन और इस साल जनवरी में इंडोनेशिया मास्टर्स के क्वार्टरफाइनल तक ही पहुंच पाईं। लिहाजा, भारत की इस स्टार शटलर के लिए ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन सीरीज बेहद अहम हो जाती है।
अगर वे यहां फाइनल तक पहुंचती हैं तो टोक्यो का टिकट पक्का हो सकता है। सिंधु ने कहा है कि कोरोनावायरस से बचने के लिए ऐहतियात के तौर पर वो इस टूर्नामेंट में हाथ मिलाने की बजाए नमस्ते करेंगी।
कोरोनावायरस की वजह से 7 भारतीय शटलर्स ने इस टूर्नामेंट में न खेलने का फैसला किया है। इनमें एचएस प्रणय, वर्ल्ड नंबर 10 चिराग शेट्टी और एस, रंकीरेड्डी शामिल हैं।
बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मुताबिक, इन प्लेयर्स के अलावा मनु अत्री, बी. सुमित रेड्डी, समीर वर्मा और सौरव वर्मा भी इस टूर्नामेंट में शामिल नहीं होंगे। साइना नेहवाल, पीवी सिंधु, किदांबी श्रीकांत, अश्विनी पोनप्पा, एनएस रेड्डी और प्रणव चोपड़ा शिरकत करेंगे।
कोरोनावायरस की वजह से बैडमिंटन के 4 ओलिंपिक क्वालिफाइंग इवेंट स्थगित हो चुके हैं। ये हैं- लिंगशुई चाइना मास्टर्स (25 फरवरी-1 मार्च), वियतनाम इंटरनेशनल चैलेंज ( 24-29 मार्च), जर्मन ओपन( 3-8 मार्च) और पोलिश ओपन (26- 29 मार्च)।