बेंगलुरू: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से प्रारंभ हुए तीसरे टेस्ट मैच में ओपनर मयंक अग्रवाल को भारतीय टीम में स्थान मिला है. मयंक इस टेस्ट से अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज कर रहे हैं. मयंक अग्रवाल का छवि आक्रामक अंदाज में बैटिंग करने वाले खिलाड़ी के रूप में है. उनके कोच इरफान सैत ने उन्हें टीम इंडिया के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग की तरह का बल्लेबाज बताया है.मयंक अग्रवाल के कोच इरफान सैत ने तीसरे टेस्ट के पूर्व उम्मीद जताई थी कि उनका शिष्य अपने पहले टेस्ट में आक्रामक और प्रभावपूर्ण पारी खेलने में कामयाब रहेगा. अपने कोच के इस भरोसे पर मयंक अग्रवाल खरे उतरे और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी 76 रन बनाए.
वे शानदार बैटिंग कर रहे थे लेकिन 76 रन बनाने के बाद पैट कमिंस की गेंद पर विकेटकीपर टिम पैन को कैच थमा बैठे. इस कारण डेब्यू टेस्ट में शतक जमाने का उनका सपना पूरा नहीं हो सका. सैत ने मंगलवार को कहा था कि मयंक में वीरेन्द्र सहवाग के सभी अच्छे लक्षण हैं, बस वह सहवाग की तरह अपना विकेट नहीं गवांते. इरफान सैत ने कहा, ‘मैं मेलबर्न टेस्ट में मयंक से सहवाग की तरह की बल्लेबाजी की उम्मीद कर रहा हूं. मैं कोई तुलना नहीं करना चाहूंगा लेकिन मयंक कभी भी लापरवाही भरा रवैया नहीं अपनाते. वह काफी गंभीर खिलाड़ी हैं.’ कोच ने कहा कि मयंक में सलामी बल्लेबाज के सभी गुण हैं जिसमें वह गेंद को बल्ले आने देते है और कट तथा पुल शॉट कुशलता से खेलते हैं.
सैत ने कहा, ‘उम्मीद है कि वह अपने शानदार फॉर्म को टेस्ट मैच में जारी रखेंगे और आक्रामक रवैया अपनाएंगे.’ मयंक ने रणजी ट्रॉफी के पिछले सत्र में एक तिहरा शतक लगाने के साथ तीन शतकीय पारियां खेली थी. इस दौरान उन्होंने 76.46 के औसत से 1003 रन बनाए थे. प्रारंभिक बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से बाहर होने के कारण मयंक अग्रवाल को खेलने का मौका मिला है. नियमित ओपनर मुरली विजय और केएल राहुल की पहले दो टेस्ट में नाकामी ने टीम में उनके प्लेइंग XI में शामिल होने में मदद की है. मेलबर्न टेस्ट में मयंक ने हनुमा विहारी के साथ पारी की शुरुआत की.