लखनऊ: कैराना उपचुनाव जीत के लिए बीजेपी विपक्षी दलों के असंतुष्टों को साथ लाकर चुनावी गणित दुरुस्त करने में जुटी है. इसकी शुरुआत बागपत के पूर्व विधायक और रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी साहब सिंह को बीजेपी में शामिल करने से हो गई है.
अखिलेश सरकार में पशुधन विकास विभाग के सलाहकार रहे साहब सिंह ने शुक्रवार को भाजपा का दामन थाम लिया. साहब सिंह के साथ बीएसपी नेता चरण सिंह जाटव, बीएसपी के पूर्व जिलाध्यक्ष रजनीकांत जाटव ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की.
तीनों नेताओं ने राजधानी स्थित बीजेपी मुख्यालय पर 11 बजे पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्रनाथ की मौजूदगी में चौधरी साहब सिंह, संभल के बसपा नेता चरण सिंह भारती जाटव और मुरादाबाद के रजनीकान्त जाटव ने पार्टी की सदस्यता ली.
चौधरी साहब सिंह के भाजपा में शामिल हो जाने से राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) को जबरदस्त झटका लगा है. कैराना उपचुनाव से ठीक पहले बीजेपी के इस खेल ने विपक्ष की परेशानी को बढ़ा दिया है.
कैराना उपचुनाव में रालोद की टिकट पर तबस्सुम हसन मैदान में हैं जिन्हें सपा का समर्थन मिला है. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले रालोद किसी भी कीमत पर कैराना उपचुनाव जीत कर पश्चिम उत्तर प्रदेश में वापसी करना चाह रही है, क्योंकि मौजूदा समय में रालोद का न कोई सदस्य लोकसभा में है और न ही विधानसभा में. ऐसे में कैराना उपचुनाव में जीत के लिए रालोद एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है.