अशाेक यादव, लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने तीनों काले कृषि कानूनों के चलते इस बार किसानों की होली बेरंग कर दी है। आज किसानों के लिए खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है। वह मथुरा के मांट क्षेत्र के ब्रज आदर्श इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित किसान महापंचायत को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह में कोई बनावट नहीं थी। वह फालतू के दिखावे में विश्वास नहीं करते थे। इसी तरह किसान आंदोलन के चलते चौधरी अजित सिंह ने 12 फरवरी को अपना जन्मदिन सादगी से मनाया है। उन्होंने कहा कि नौजवानों में चेतना जगाने की जरूरत है। उन्हें अपने सुनहरे भविष्य के बारे में सोचना होगा।
आज केंद्र सरकार के काले कृषि कानूनों के चलते खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार में बैठा कोई भी व्यक्ति कृषि कानून के फायदे नहीं बता सकता। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकारें घंटा बजाकर चल रहीं है। किसान आंदोलन में अब तक 200 किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन सत्ता पक्ष का कोई भी जिम्मेदार प्रतिनिधि आज तक इन किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त करने नहीं आया।
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में आंदोलनरत किसानों को पूर्ण विश्वास है कि देश भर का किसान उनके साथ है। इसी विश्वास से वह वहां बैठे हैं। उन्होंने कहा कि आज निर्णय लो कि किसान विरोधियों को सबक सिखाना है। ऐसे लोगों की कमजोरी पर चोट मारो। यह चोट चुनाव में वोट के बक्से में मारनी है। उन्होंने किसानों को एकजुट होने की अपील करते हुए आंदोलन में शहीद किसानों की मुआवजा देने एवं आंदोलन में निर्दोष किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे वापिस लेने की मांग की।
बृज प्रान्त अध्यक्ष चौ. बदन सिंह ने कहा कि जल्द ही बदलाव की लहर आने वाली है, और किसानों की एकता से ही सरकार काले कानूनों को वापस लेने पर मजबूर होगी। जिलाध्यक्ष रामरसपाल पोनियां ने कहा कि ग्रामीण व किसानों को जागरुक होने की जरुरत है, इससे पंचायत चुनावों में ही भविष्य की राजनीति तय हो जाएगी। योगेश नौहवार ने कहा कि रालोद शुरू से किसानों की लड़ाई लड़ती रही है। सभी किसान एकजुट हों तभी व्यवस्था में बदलाव हो सकता है। जिला महासचिव जयवीर सिंह ने जयंत का स्वागत कर उन्हें चंदा प्रदान किया।