बेंगलुरू: केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘मिश्रित नस्ल’ का बताते हुए कहा कि एक ‘मुस्लिम’ पिता और ईसाई मां का बेटा ब्राह्मण कैसे हो सकता है. उन्होंने राफेल सौदे पर नरेंद्र मोदी सरकार को निशाना बनाने को लेकर भी राहुल गांधी पर हमला बोला. उत्तर कन्नड़ जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हेगड़े ने कहा, ‘…उन्हें धर्म की कोई समझ नहीं है. देखिए वे कितना झूठ बोलते हैं, पिता मुस्लिम हैं, मां ईसाई हैं, बेटा ब्राह्मण है. यह कैसे हुआ?’ गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘आप दुनिया की किसी प्रयोगशाला में ऐसी मिश्रित नस्ल नहीं बना सकते, यह हमारे देश की कांग्रेस प्रयोगशाला में ही उपलब्ध है.’ हेगड़े ने इससे पहले एक कार्यक्रम में विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि हिन्दू लड़की को छूने वाला हाथ बचना नहीं चाहिए.
इसके बाद राहुल गांधी ने हेगड़े को हर भारतीय के लिए शर्मिंदगी का विषय करार देते हुए कहा था कि हेगड़े मंत्री पद के योग्य नहीं हैं और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए. गांधी ने एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘यह व्यक्ति (हेगड़े) हर भारतीय के लिए शर्मिंदगी का विषय है. वह केंद्रीय मंत्री पद के लिए योग्य नहीं है और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए.’ अनंत कुमार हेगड़े के बयान के बाद कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख दिनेश गुंडुराव और उनके बीच ट्विटर पर वाकयुद्ध छिड़ गया था. गुंडु राव ने ट्वीट कर पूछा था, ‘केंद्रीय मंत्री या सांसद बनने के बाद आपकी उपलब्धियां क्या रही हैं? कर्नाटक के विकास में आपका क्या योगदान है? मैं निश्चित रूप से यह कह सकता हूं कि यह अफसोस की बात है कि ऐसे लोग मंत्री बन गए हैं और सांसद के रूप में चुने जाने में कामयाब रहे हैं.’ इसके बाद राव पर निशाना साधते हुए हेगड़े ने कहा था, ‘मैं जरूर इस शख्स के सवाल का जवाब दूंगा लेकिन उससे पहले वह कृपया अपनी उपलब्धियों का खुलासा करें? मैं इस शख्स को केवल इस तरह जानता हूं जो एक मुस्लिम महिला के पीछे भागा था.’ इसके बाद राव ने कहा कि यह दुखद है, ‘यह दुखद है कि वह इस तरह बात कर रहे हैं. लेकिन इस हद तक गिरना और व्यक्तिगत टिप्पणी करना संस्कृति के अभाव को दिखाता है.
अनुमान लगाता हूं कि उन्होंने हिंदू ग्रंथों से कुछ भी नहीं सीखा है.’ इसके बाद दिनेश गुंडू राव की पत्नी तबस्सुम भी इस बहस में आ गईं और उन्होंने हेगड़े पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नेता ‘अपनी पत्नी की साड़ी के पल्लू के पीछे छिपना’ बंद करें और राव के साथ राजनीतिक लड़ाई लड़ें. तबस्सुम ने फेसबुक पर लिखा था कि वह न तो किसी पार्टी से जुड़ी हैं और न ही किसी सार्वजनिक पद पर हैं. उन्होंने कहा, ‘अपनी सस्ती राजनीति के लिये वह मेरे नाम का इस्तेमाल मोहरे की तरह न करें. मैंने भाजपा के किसी नेता के खिलाफ कोई व्यक्तिगत टीका-टिप्पणी नहीं की. अपनी सस्ती राजनीति के लिये मोहरे की तरह मेरे नाम का इस्तेमाल किया गया, जिस पर मैं कड़ी आपत्ति जताती हूं. हिम्मत है तो अपनी बीवी की साड़ी के पल्लू के पीछे छिपकर पत्थर फेंकने के बजाय वे मेरे पति को राजनीतिक चुनौती दें.’ साथ ही उन्होंने लिखा था, ‘जी हां मैं जन्म से मुसलमान हूं लेकिन सबसे पहले हमें भारतीय होने पर गर्व है. भारत का संविधान धर्मनिरपेक्षता की बुनियाद पर आधारित है जो हर नागरिक को सोचने, अभिव्यक्ति, आस्था, धर्म और पूजा की आजादी की गारंटी देता है.’