दुबई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि नेता और सरकारें सिर्फ ढांचा तैयार कर सकते हैं तथा मंच मुहैया करा सकते हैं, लेकिन अंत में यह कारोबारी इकाइयों पर निर्भर करता है कि वे अवसरों का लाभ उठाएं। दो दिन के इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) का संयुक्त अरब अमीरात संस्करण, सोमवार को यहां शुरू हो गया।
सम्मेलन में शीर्ष नीति निर्माता और व्यापार जगत के शीर्ष अधिकारी प्रौद्योगिकी नवाचार, क्षेत्रीय साझेदारी के विस्तार, वृद्धि के मोर्चे और जलवायु संबंधी चिंताओं पर चर्चा कर रहे हैं। गोयल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए सोमवार को कहा कि उन्होंने दुबई में चल रहे एक्सपो-2020 में अवसरों का सृजन होते देखा है।
मंत्री ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि दोनों पक्षों की कारोबारी इकाइयां इस अवसर का लाभ उठाएंगी और लोगों के स्तर पर आपसी संबंध और मजबूत होने वाला है। उन्होंने कहा, “अगला दशक भारत-यूएई संबंधों में एक निर्णायक दशक होने जा रहा है, इसलिए हमें साझेदारी की भावना से काम करना चाहिए और उद्योग, शिक्षा क्षेत्र एवं सरकार सभी को इस दोस्ती के बंधन को मजबूत करने तथा इसे एक महत्वपूर्ण एवं रणनीतिक साझेदारी का रूप देने के लिए साझेदारी की इसी भावना से काम करने देना चाहिए।”
गोयल ने कहा कि नेता और सरकार केवल ढांचा तैयार कर सकते हैं और मंच प्रदान कर सकते हैं, लेकिन अंत में यह कारोबारी इकाइयों पर निर्भर करता है कि वे उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाएं। कौशल विकास एवं उद्यमिता तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया सम्मेलन में उपस्थित थे। इंडिया इंक ग्रुप, दुबई में भारत के महावाणिज्य दूत और भारत स्थित यूएई का दूतावास संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं।