नई दिल्लीः धनतेरस पर बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है लेकिन इस साल बर्तनों की खरीद महंगी पड़ेगी। कमजोर रुपए से बर्तन बनाने में उपयोग होने वाले कच्चे माल का आयात महंगा होने से इनके दाम बढ़ गए हैं। इससे कारोबारियों को धनतेरस पर बर्तन की बिक्री घटने का खटका है। दिल्ली के सबसे बड़े थोक बर्तन बाजार डिप्टीगंज स्टेनलेस यूटेंसिल्स ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर जैन का कहना हैं कि बर्तन बनाने में इस्तेमाल होने वाले स्टेनलेस स्टील का कच्चा माल आयात होता है। ऐसे में रुपए में नरमी से घरेलू कच्चा माल निर्माताओं ने भी दाम बढ़ा दिए हैं जिससे इस साल बर्तन 10-15 फीसदी महंगे हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक बर्तनों की थोक खरीद हो चुकी है जो पिछले साल के मुकाबले 20 से 25 फीसदी कम रही। कर्मचारियों को उपहार के तौर पर बर्तन देने के लिए कंपनियों ने भी इस साल कम बजट में बर्तन खरीदे हैं।
बर्तन व्यापार संघ दिल्ली प्रदेश के महामंत्री मनमोहन धींगरा ने कहा कि दाम ज्यादा होने के कारण खुदरा कारोबारियों ने धनतरेस पर बिक्री कम होने के डर से इस बार बर्तन कम खरीदे हैं। धींगरा ने कहा कि दाम ज्यादा होने के चलते पिछले साल की तुलना में कारोबार बढऩे की संभावना कम है। सतीश कहते हैं कि धनतेरस पर अगर पिछले साल के बराबर भी बिक्री हो जाए तो कारोबारियों को बड़ी राहत मिलेगी। दिल्ली स्थित वजीरपुर बर्तन निर्माण का बड़ा केंद्र हैं। यहां 700-800 बर्तन निर्माता हैं। डिप्टीगंज दिल्ली-एनसीआर का बड़ा थोक बर्तन बाजार है।