लखनऊ-भोपाल: कांग्रेस ने रविवार को भाजपा पर फर्जी मतदाता सूची बनवाने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कराई. कांग्रेस की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आयोग ने बयान जारी करते हुए कहा कि संदिग्ध मतदाताओं की सूची की जांच के लिए दो टीमों का गठन किया गया है. बयान के अनुसार, आयोग द्वारा बनाई गई एक टीम भोपाल संभाग मे और दूसरी टीम नर्मदापुरम (होशंगाबाद) संभाग की मतदाता सूची की जांच करेगी.
चुनाव आयोग की ये दोनो टीमें चार जून को मध्य प्रदेश पहुंचेंगी और जांच का काम शुरू कर देंगी. आपको बता दें कि कांग्रेस का आरोप है कि मध्यप्रदेश में वोटर लिस्ट के साथ छेड़छाड़ की गई है. कांग्रेस का दावा है कि प्रदेश में करीब 60 लाख फर्जी वोटर हैं. कांग्रेस ने फर्जी मतदाताओं के आरोपों को साबित करने के लिए इन मतदाताओं की सूची भी चुनाव आयोग को सौंपी है. पार्टी का दावा है कि मध्यप्रदेश में 24 प्रतिशत आबादी बढ़ी है, लेकिन वोटरों की संख्या में 40 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है. जिससे पता चलता है कि मतदाता सूची के साथ छेड़छाड़ की गई है.
चुनाव आयोग की टीमें चार जून को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद और भोपाल में फर्जी मतदाता सूची की जांच करेगी. साथ ही ये टीमें सात जून को अपनी फाइनल रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौपेंगी. चुनाव आयोग से शिकायत करने एमपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और चुनाव प्रचार समिति के चेयरमैन ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई बड़े नेता पहुंचे थे. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेस कर इस बारे में चर्चा करते हुए कहा कि बीते दस सालों मे मध्यप्रदेश की आबादी में 24 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, लेकिन मतदाताओं की संख्या में 40 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. ये इतना कैसे बढ़ सकता है.
सिंधिया ने कहा कि हमारी जांच में सामने आया है कि एक वोटर का नाम 26 मतदाता सूचियों में है. ऐसे कई मामले मतदाता सूची की जांच में सामने आए हैं.
वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि ‘हमने विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में छानबीन की, तो हमें 60 लाख से अधिक फर्जी वोटर मिले हैं.’ कमलनाथ ने कहा कि हमने चुनाव आयोग को गड़बड़ी के सारे सबूत दे दिए हैं. कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में ऐसे कई नाम हैं, जो उत्तर प्रदेश की वोटर लिस्ट में भी है. कमलनाथ ने कहा कि ये प्रशासनिक लापरवाही का मामला नहीं है, बल्कि प्रशासनिक दुरुपयोग का मामला है. उनहोंने EC से नई वोटर लिस्ट बनाने की मांग की है.
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के शिवपुरी में भी फर्जी मतदाता बनाए जाने का मामला सामने आया था. जिसके बाद से ही चुनाव आयोग ने छानबीन शुरू कर दी थी. भोपाल में भी ऐसा ही मामला सामने आया था. जिसके बाद राजधानी भोपाल के निर्वाचन आयोग ने कड़े कदम उठाते हुए वोटर्स लिस्ट की जांच के आदेश दिए थे. जिसमें 45,232 फर्जी वोटर शिवपुरी में मिले. वहीं भोपाल में 15,669 वोटर्स फर्जी और अपात्र मिले. जिसके बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने भी वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों को मिल रही शिकायतों के बारे में जिक्र किया था.