उरई। रामपुरा थाना क्षेत्र के कस्बा ऊमरी की रहने वाली युवती अपने प्रेमजाल में फंसाकर कस्बे के ही युवक का शोषण करने में लगी हुई है। जबकि उक्त युवती के ऊपर गैंगस्टर से लेकर कई आपराधिक मुकदमे थाना पुलिस में दर्ज है। उक्त युवती की इस कार्यप्रणाली से त्रस्त होकर पीड़ित युवक के परिजन गांव के दर्जनों लोगों के आज पुलिस अधीक्षक से मिले और शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम ऊमरी निवासी भरत सिंह, रणसिंह, कल्याण सिंह, हरेंद्र सिंह, भूप सिंह, रविन्द्र सिंह, देवेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह, अखलेश सिंह, सुनील सिंह, गुडडन देवी, गोमती देवी, राजेश्वरी देवी, पार्वती आदि ने पुलिस अधीक्षक स्वामी प्रसाद को लिखित शिकायती पत्र देते हुए बताया कि कस्बे की ही रहने वाली सोनम वेलदार पुत्री स्व. मुनिया वेलदार जो आपराधिक किस्म की औरत है जो नशा आदि भी करती है तथा पैसे के लालच में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देती रहती है। जिसके ऊपर कई मुकदमे धारा-386, 323, 504, 506,452 आईपीसी के साथ ही 2/3 गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे विचाराधीन है।
ग्रामीणों का आरोप है कि वह 20-22 साल की महिला है जो अपने मायाजाल में लोगों को फंसा रुपये ऐठती रहती है। उक्त लोगों का कहना जब कोई विरोध करता है तो वह उसे बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाकर रुपये लेकर समझौता कर लेती है।ग्रामीणों का आरोप है कि इसी तरीके से उक्त महिला ने गांव के ही दिग्विजय सिंह पुत्र स्व. देवेंद्र सिंह (कल्लू ) के ऊपर नाजायज तरीकें से शादी करने का दबाव बनाया तो उसने शादी करने से मना कर दिया तो उसे और उसके परिजनों को बलात्कार के झूठे मुकदमे फंसाने के लिए फर्जी प्रर्थनापत्र दे दिया।जिससे पुलिस युवक और उसके परिजनों को परेशान करने लगी है।ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने मामले की निष्पक्ष जांच किये बगैर दिग्विजय सिंह के चचेरे भाई रणविजय सिंह का धारा 151 में बंद कर दिया जिससे समाज में भय और दहशत का माहौल दिखाई दे रहा है कि उक्त सोनम किस-किस को अपना शिकार बनायेगी।ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर न्याय दिलवाये जाने मांग उठाई है।