नई दिल्ली। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि जो सांसद या विधायक अपने कार्यों- कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करते हैं, वे विभिन्न स्तरों पर कार्यपालिका से सवाल करने का अपना नैतिक अधिकार खो देते हैं। उपराष्ट्रपति ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 97वीं जयंती के अवसर पर चेन्नई में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
वाजपेयी की जयंती को ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा कि लोगों के प्रति कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सुशासन को ‘अच्छी विधायिका’ की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल, अल्प अवधि की चर्चा, विधेयकों पर वाद-विवाद आदि का उपयोग करके निर्वाचित प्रतिनिधि सरकार से नीतियों के कार्यान्वयन, विभिन्न कल्याण और विकास परियोजनाओं के निष्पादन के बारे में सवाल कर सकते हैं।
वेंकैया नायडु ने कहा कि अच्छे विधायकों’ की आवश्यकता है जो लोगों द्वारा उन पर किए गए विश्वास के साथ न्याय करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें सके। नायडु ने कहा कि लगातार व्यवधानों और जबरन स्थगन के कारण विधायिकाओं की निगरानी और जवाबदेही का कार्य अपेक्षाओं से कम हो रहे हैं। नायडु ने कहा कि असक्रिय विधायिकाएं लचर शासन की ओर ले जाती हैं क्योंकि इससे विधायिकाओं में कार्यपालिका के बीच पूछताछ का कोई डर नहीं होगा।