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करवा चौथ त्योहार को सुहागन होने के सौभाग्य के तौर पर देखा जाता है

भारत में हर साल कई त्योहार मनाए जाते हैं. इसमें से एक त्योहार आता है करवा चौथ. कार्तिक महीने की कृष्णा पक्ष चतुर्थी पर आने वाले इस त्योहार को सुहागन होने के सौभाग्य के तौर पर देखा जाता है. इस दिन सुहागन अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत करती है. इसके अलावा सुहागन के साज-श्रृंगार के लिए भी ये त्योहार काफी मायने रखता है. जिसमें मेहंदी की अहम भूमिका होती है . करवा चौथ त्योहार को सुहागन होने के सौभाग्य के तौर पर देखा जाता है ! इसके अलावा सुहागन के साज-श्रृंगार के लिए भी ये त्योहार काफी मायने रखता है. जिसमें मेहंदी की अहम भूमिका होती है. करवा चौथ के मौके पर पारंपरिक मेहंदी रचाने के लिए घर पर ही मेहंदी घोल कर लगा सकती हैं. इसे हाथ से मांडने की तरह या फिर कोन की सहायता से लगाया जा सकता है. वहीं आज के समय में बाजार भी मेहंदी लगाने वालों से भरा रहता है. लेकिन सबसे बड़ी बात है कि मेंहदी लगाने के बाद कितनी अच्छे से रचती है. मेहंदी जितनी ज्यादा रचती है, उसका महत्व उतनी ही बढ़ जाता है. अगर आपको भी अपनी मेहंदी को अच्छे से रचाना है तो ये टिप्स आपके काफी काम आ सकते हैं :

 

सूखने के लिए दें वक्त
जहां तक हो सके मेहंदी को रात में ही लगाएं ताकि इसे सूखने के लिए जरूरी वक्त भी मिल जाए. अगर मेहंदी को सूखने के लिए कम से कम 12 घंटे या इससे ज्यादा का वक्त मिल जाए तो इससे मेहंदी न सिर्फ रचेगी बल्कि काफी लंबे वक्त तक टिकी भी रहेगी.

मेहंदी को पानी से दूर रखें
एक बार मेहंदी लगाने के बाद इसका कलर डार्क करने के लिए मेहंदी लगे हाथों को पानी से दूर रखें. पानी के संपर्क में आने से मेहंदी का रंग फीका पड़ जाता है. इसलिए जहां तक संभव हो मेहंदी पर पानी न लगने दें.

कोई काम न करें
करवा चौथ से पहले अगर आपने मेहंदी लगा ली है तो इस बात का ध्यान रखें की जब तक मेहंदी सूख ना जाए तब तक कोई काम न करें. अगर कोई जरूरी काम है तो किसी और से करा लें. अगर मेहंदी लगाकर कुछ काम करते हैं तो मेहंदी खराब हो सकती है. इसके साथ ही मेहंदी लगाकर काम करने से कपड़ों पर दाग-धब्बे भी लगने की समस्या रहती है.

गर्म रखें
शरीर की गर्माहट भी मेहंदी को रचाने के लिए काफी अहम भूमिका निभाती है. इसके लिए मेहंदी सूखने के बाद हाथों में ढीले दस्ताने पहन लें.

कोन की मेहंदी को कहें ना
बाजार में आजकल मेहंदी के बने बनाए कोन मौजूद है. जहां तक हो सके इससे बचना चाहिए क्योंकि इसमें केमिकल्स की भरमार होती है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि घर में ही मेहंदी का पेस्ट बनाएं और उसे कोन में भर लें.

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