अशाेक यादव, लखनऊ। हरियाणा पुलिस ने करनाल जिले के कैमला गांव की ओर किसानों के मार्च को रोकने लिए रविवार को पानी की बौछारें कीं और आंसू गैस के गोले दागे। इस गांव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ‘किसान महापंचायत’ को संबोधित करने वाले थे।
पुलिस ने गांव में मुख्यमंत्री की यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे। इस गांव में खट्टर लोगों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के “फायदे’’ बताने आने वाले थे। किसानों की मांग है कि इन कानूनों को निरस्त किया जाए।
उन्होंने पहले घोषणा की थी कि वे ‘किसान महापंचायत’ का विरोध करेंगे। किसान काले झंडे लिए हुए थे और भाजपा नीत सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कैमला गांव की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने गांव के प्रवेश स्थानों पर बैरीकेड लगा दिए ताकि वे कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पाएं।
इन हालातों के मद्देनजर मुख्यमंत्री की किसान महापंचायत को भी रद्द करना पड़ा और मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर कैमला नहीं उतरा। कैमला गांव में रविवार को किसानों की महापंचायत आयोजन होना था। जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को किसानों से सीधा संवाद करना था, इसकी तैयारियां पिछले कई दिनों से की जा रही थी।