करनाल। करनाल आज के लिए किसानों ने महापंचायत बैठाने और उसके बाद अनिश्चितकाल के लिए मिनी सचिवालय के घेराव के ऐलान किया था। इसके मद्देनज़र हरियाणा प्रशासन ने इससे निपटने के लिए कमर कस ली है।
करनाल समेत 5 जिलों में इंटरनेट बंद करके किसान महापंचायत से पहले धारा 144 लागू कर दी गई है। प्रदेश सरकार के 5 जिलों करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत और जींद में सभी मोबाइल कंपनियों की इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं बंद कर दी है। पंचायत शुरू होने से पहले हरियाणा में किसान नेताओं और करनाल प्रशासन से बातचीत की जो की विफल हो गई।
बातचीत विफल होने के बाद और खबर लिखे जाने तक हजारों किसान ‘मिनी सचिवालय’ की तरफ बढ़ रहे हैं। इसमें किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी भी मौजूद हैं। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के चीफ गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों को बताया कि करनाल प्रशासन और किसान नेताओं के बीच बातचीत विफल हो गई है।
हम अलग रणनीति मंडी में तय करेंगे। इधर, किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्विट किया कि करनाल में सरकार किसानों की बातें सुन नहीं रही है। उन्होंने आगे कहा कि या तो खट्टर सरकार मांगें माने या हमें गिरफ्तार करें। हम हरियाणा की जेलें भरने को भी तैयार हैं।