भुवनेश्वर: ओडिशा में मध्य प्रदेश से लाए गए तीन साल के रॉयल बंगाल टाइगर की अंगुल जिले के सतकोसिया टाइगर रिजर्व में मौत हो गई है। इससे ओडिशा के बाघ संवर्धन कार्यक्रम को झटका लगा है। वन विभाग ने आज महावीर नाम के बाघ के सतकोसिया रिजर्व में मौत की पुष्टि की है। महावीर को 2018 की शुरुआत में कान्हा टाइगर रिजर्व से सतकोसिया में स्थानांतरित किया गया था।रिजर्व वन विभाग की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि बाघ महावीर के गले के ऊपरी भाग में गहरा जख्म था जिसमें कीड़े पड़ गए थे, जो उसकी मौत की वजह हो सकती है। प्रोटोकॉल के मुताबिक घटना स्थल से छेड़छाड़ नहीं की गई है। इसमें कहा गया,इसलिए विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की सटीक वजह और घटना के सही समय के बारे में पता चलेगा। सतकोसिया वन्यजीव विभाग के वन अधिकारी रामस्वामी पी. जांच की अगुवाई करेंगे। तीन साल के रॉयल बंगाल टाइगर की अंगुल जिले के सतकोसिया टाइगर रिजर्व में मौत हो गई है। इससे ओडिशा के बाघ संवर्धन कार्यक्रम को झटका लगा है। वन विभाग ने आज महावीर नाम के बाघ के सतकोसिया रिजर्व में मौत की पुष्टि की है। महावीर को 2018 की शुरुआत में कान्हा टाइगर रिजर्व से सतकोसिया में स्थानांतरित किया गया था।
ओडिशा: सतकोसिया टाइगर रिजर्व में महावीर नाम के बाघ की मौत , बाघ संवर्धन कार्यक्रम को झटका
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