वाराणसी। एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। एसटीएफ ने कई जिलो में ताबड़तोड़ छापेमारी करके आईपीएल में सट्टेबाजी करने वाले बड़े गिरोह का खुलासा किया है। बनारस से ही तीन सट्टेबाज पकड़े गये हैं। आरोपियों के पा से 27.75 लाख नगद मिले हैं। इसके अतिरिक्त एसटीएफ ने कई लग्जरी वाहन भी बरामद करने में सफलता पायी है। छापेमार की भनक लगते ही एक आरोपी फरार होने में कामयाब हो गया है जिसकी तलाश में एसटीएफ जुट गयी है। गिरोह का तार विदेशों से भी जुड़ा होने की बात सामने आयी है। आईपीएल शुरू होते ही क्रिकेट मैच में सट्टा लगाने वालों की भरमार हो जाती है।
एक मैच में लाखों-करोड़ो रुपये लग रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से एसटीएफ गिरोह के पीछे पड़ी थी और पुख्ता सूचना मिलने पर एसटीएफ ने कई जिलो में ताबड़तोड़ छापेमारी की है। कानपुर के नौबस्ता में एसटीफ ने छापेमारी करके गिरोह के सरगना जितेन्द्र उर्फ जीतू के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया है। मौके से एसटीएफ को सट्टेबाजी में प्रयुक्त होने वाले उपकरण के साथ नगद पैसा मिला है। इसके बाद एसटीएफ ने वाराणसी में छापेमारी करके अशोक सिंह, सुनील पाल व विक्की खान को पकड़ कर 27.75 लाख रुपये बरामद किये हैं। छापेमारी की भनके मिलते ही जौनपुर निवासी अजय सिंह फरार होने में कामयाब हो गया है। अजय सिंह सन्दरपुर का निवासी बताया जा रहा है जिसकी तलाश में एसटीएफ लगातार दबिश डाल रही है।
एसटीएफ सूत्रों के अनुसार सट्टेबाजों के तार दुबई से लेकर देश के अनेक राज्यो से जुड़े हुए हैं। सट्टेबाजी से गिरोह के सदस्यों ने अकूत दौलत कमायी है। बुकी ऑनलाइन बैटिंग करते थे। वाराणसी के अतिरिक्त कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, अजमेर, जयपुर, दिल्ली, मुम्बई आदि जिलो व राज्यों से भी इनके तार जुड़े हुए हैं। एसटीएफ को छापेमारी में लग्जरी वाहन भी बरामद हुए हैं। मास्टर माइंड जीतू ने सट्टेबाजी के पैसों से जमीन व मकान में करोड़ों का निवेश किया है। एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है ।जिसके आधार पर आगे भी बड़ी कार्रवाई की जायेगी। बताते चले कि बनारस में ही कुछ दिन पहले क्राइम ब्रांच ने छापेमारी करके सट्टेबोजों के गिरोह का खुलासा किया था इसके बाद से लगातार गिरोहों को पकड़े जाने का सिलसिला जारी है।