लखनऊ। कृष्णानगर में बदमाशों ने एक और महिला का शव राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के पास टुकड़े कर के अलग-अलग स्थानों पर फेंके गए थे। उसके भाई ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सोशल मीडिया पर शिनाख्त की अपील की थी। लगातार किए जा रहे प्रयास के बाद आखिरकार पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस टीम को अहम सुराग हाथ लगे, जिसके बाद पता चला कि महिला नई काशीराम कॉलोनी में किराये के मकान में पति संग रहती थी।
शव की शिनाख्त होते ही फोरेंसिक टीम की मदद से कमरे की छानबीन के साथ फरार युवक की सरगर्मी से तलाश शुरू की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि कृष्णानगर इलाके में डॉ. राममनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय की पार्किंग के सामने 23 मार्च को लावारिस बैग में मिले महिला के हाथ-पैर व सिर और पारा थाने के बीबी खेड़ा में 24 मार्च को बोरी में मिले धड़ की शिनाख्त में जुटी पुलिस टीम को सोशल मीडिया से अहम सुराग मिला। पता चला कि महिला न्यू कांशीराम कॉलोनी में रहने वाले सुनील कनौजिया की पत्नी थी। दरअसल, कई दिन से लापता सुनील कनौजिया के भाई ने पारा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
तलाश में जुटे विवेचक को कड़ी जुड़ते नजर आई। शिनाख्त के आसार बनते देख पुलिस टीम उसके घर पर पहुंची। खुलासा हुआ कि पश्चिम बंगाल की मूल निवासी भारती पांडेय गोंडा में अपने पति व दो बच्चों को छोड़कर काफी समय पहले आई थी और सुनील के साथ पत्नी की तरह रहने लगी थी। कुछ दिनों से दोनों में अनबन थी। सुनील एल्यूमीनियम काटने का काम करता है। शव जिस तरीके से काटा गया था, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आरी से पत्घ्नी के टुकड़े किए होंगे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कमरे में खून के हल्के निशान नजर आए हैं। माना जा रहा है कि शव को ठिकाने लगाने के बाद फर्श को धोकर साफ किया गया। पुख्ता साक्ष्य जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम भेजकर छानबीन कराई गई।