मुंबई: घाटे में चल रही एयर इंडिया के निजीकरण के प्रयास बेवक्त किये जाने की बात स्वीकार करते हुये नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को कहा कि एयरलाइन तब तक लाभ नहीं उठा सकती जब तक कि इसकी उच्च वित्तीय लागत के मुद्दों को नहीं निबटाया जाता है। गौरतलब है कि सरकार करीब एक साल तक योजना पर काम करने के बाद इस साल की शुरूआत में विमान सेवा के लिए एक आवेदक की तलाश करने में विफल रही।
शुक्रवार देर शाम यहां मनीकंट्रोल समाचार वेबसाइट द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में प्रभु ने कहा, ‘‘असल में समय (एयर इंडिया के निजीकरण के लिए) गलत था। यह वह समय है जब वैश्विक एयरलाइन उद्योग की हालत भी अच्छी नहीं थी। उन्होंने कहा कि एयरलाइन तब तक मुनाफा नहीं कमा सकती है जब तक हम इसकी वित्तीय लागत समस्या के साथ नहीं निपटते हैं।
इस साल की शुरूआत में विमान सेवा के लिए एक आवेदक की तलाश करने में विफल रही। शुक्रवार देर शाम यहां मनीकंट्रोल समाचार वेबसाइट द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में प्रभु ने कहा, ‘‘असल में समय (एयर इंडिया के निजीकरण के लिए) गलत था। शुक्रवार देर शाम यहां मनीकंट्रोल समाचार वेबसाइट द्वारा आयोजित एक पुरस्कार समारोह में प्रभु ने कहा, ‘‘असल में समय (एयर इंडिया के निजीकरण के लिए) गलत था। यह वह समय है जब वैश्विक एयरलाइन उद्योग की हालत भी अच्छी नहीं थी।