आपने बहुत सारी जंगली जड़ी बूटियों का नाम तो सुना ही होगा, पर आज हम आपको एक रस भरे मीठे जंगली फल के बारे में बताते है। जिसका नाम है ‘काफल’ । जी हां गर्मियों के मौसम में अपने आप उगने वाले इस फल के फायदे ही फायदे है। खट्टे-मीठे यह फल ब्लुबैरी जैसे दिखते है। एनिमिया, अस्थमा, दस्त, जुखाम-बुखार और यकृत संबंधी कई बीमारियों में काफल बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। केवल फल ही नहीं बल्कि इस पेड़ की पत्तियों में भी अनेकों गुण पाये जाते है। एंटी इन्फ्लैमेटरी तत्व से भरपूर इस पेड़ की छाल में कैंसर जैसी बीमारियों का ईलाज छिपा है।
काफल खाने के फायदे
पेट के लिए है फायदेमंद
जूसी होने के कारण काफल फल पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अल्सर, कब्ज, पेट में गैस और एसिडिटी जैसी बीमारियों में इस फल का उपयोग करने से बहुत फायदा मिलता है। दिमागी विकास के लिए उपयोगी
एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी डिप्रेशंट तत्वों से भरा होने के कारण काफल दिमागी रुप से जुड़ी बीमारियों के लिए बहुत फायदेमंद है। बच्चों के दिमागी विकाम में बहुत लाभदायक सिद्ध होता है।
तने की छाल के गुण
इसके तने की छाल में अस्थमा, डायरिया, बुखार, टाइफाइड, पेचिश तथा फेफड़े ग्रस्त जैसी बीमारियों काफी उपयोगी माना गया है। काफल के फूलों से बना तेल कान दर्द और जोड़ों की दर्दों में इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है।
सिर दर्द में फायदेमंद
इसकी पेड़ की छाल को सूंघने से सिर दर्द और जुखाम में आराम मिलता है। इसके इलावा मार्केट में मिलने वाले काफल के तेल से सिर के मालिश करने से भी सिर दर्द में फायदा करता है।
स्किन टैनिंग में करे फायदा
सुर्य की तेज किरणों से शरीर पर होने वाली टैनिंग में, काफल पेड़ के पत्तों का पेस्ट बनाकर लगाने से बहुत ज्लद आराम मिलता है।
दांत के दर्द में दे आराम
दांत के दर्द में तो काफल का पत्ता बहुत तरीके से फायदे देता है, जैसे कि काफल के पत्तों को चबाने से दांत दर्द में बहुत जल्द राहत दिलाने का काम करता है। इसी के साथ काफल के तेल को रुई में डुबोकर दर्द वाले दांत पर लगाने से भी बहुत आराम मिलता है।
एनीमिया, अस्थमा और यकृत जैसी कई बीमारियों को जड़ से खत्म करेगा यह फल
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