लखनऊ: एटीएस मुख्यालय में एएसपी राजेश साहनी की मौत के मामले में सीबीआइ हरकत में आ गई है। राज्य सरकार की ओर से गुरुवार रात केंद्र को सीबीआइ जांच की सिफारिश भेजे जाने के अगले ही दिन सीबीआइ लखनऊ मुख्यालय की एक टीम ने शुक्रवार दोपहर बाद प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार से संपर्क किया। सीबीआइ ने उनसे एएसपी राजेश साहनी की मौत से जुड़े दस्तावेज लिए हैं। माना जा रहा है कि सीबीआइ दिल्ली मुख्यालय के निर्देश पर सीबीआइ टीम गृह विभाग पहुंची थी। पूरे प्रकरण की सीबीआइ जांच की अधिसूचना जल्द जारी हो सकती है।
एएसपी साहनी की मौत के अगले ही दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण की सीबीआइ जांच कराए जाने का फैसला लिया था।
सीबीआइ ने एएसपी साहनी की मौत की जांच के लिए भेजी गई संस्तुति के साथ ही उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य दस्तावेज लिए हैं। हालांकि इस मामले में अब तक कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज हुई है। साहनी के परिवार की ओर से भी पुलिस से कोई लिखित शिकायत की गई है। एटीएस मुख्यालय में मंगलवार को एएसपी की गोली लगने से हुई मौत के मामले को लेकर कई सवाल खड़े हुए हैं।
घटना के बाद एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार ने पुलिस की प्रारंभिक जांच के आधार पर साहनी की मौत को खुदकशी करार दिया था, लेकिन पुलिस उनकी आत्महत्या का कोई ठोस कारण स्पष्ट नहीं कर सकी थी। एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण को सौंपी गई जांच भी अभी रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। माना जा रहा है कि एडीजी शनिवार को एएसपी साहनी के परिवारीजन के बयान दर्ज कर सकते हैं।
एएसपी राजेश के घर पर शांति पाठ होने के चलते शुक्रवार को भी उनके घरवालों के बयान पुलिस नहीं ले पाई। डीजीपी ओपी सिंह ने एडीजी जोन लखनऊ राजीव कृष्णा को मामले की जांच सौंपी है।सूत्रों के मुताबिक, जांच से जुड़े अधिकारी इस बात के इंतजार में हैं कि सीबीआई मामले को टेकओवर कर ले। उधर, सरकार भी चाहती है कि सीबीआई जल्द मामले की जांच अपने हाथ में ले ले। ताकि राजेश की मौत से जुड़े विवाद के चलते सरकार की किरकिरी न हो।