वैसे तो सभी अस्पतालों मे होती है पूजा, यहाँ स्टाफ व मरीजो के परिजनों के साथ चिकित्सक करते है पाठ
फर्रुखाबाद।
वैज्ञानिक युग की चमक और दमक मे भी आज कुछ लोग ऐसे हैं जो भगवान का नाम लेना नहीं भूलते हैं ऐसा ही फर्रुखाबाद में मेदांता हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ विपुल अग्रवाल व डा सिम्मी अग्रवाल अपनी व्यस्त दिनचर्या में भी शाम को प्रतिदिन मरीजों के साथ आए लोगों व अपने स्टाफ के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं जो आज के इस वैज्ञानिक युग में शायद ही किसी अस्पताल में देखने को मिले। बैसे तो सभी अस्पतालो मे होती है पूजा।
यहाँ स्टाफ व मरीजो के परिजनों के साथ चिकित्सक करते है पाठ। डॉ विपुल अग्रवाल कहते हैं कि पूरे दिन मरीजों की सेवा करने के बाद एक आत्म संतुष्ट मिलती है प्रभु का नाम लेकर और अस्पताल में आने वाला हर व्यक्ति परेशान होता है लेकिन जब वह प्रभु का नाम लेता है तो वह संतुष्ट होता है डॉक्टर सिम्मी अग्रवाल कहती हैं कि कलयुग में हनुमान जी सभी कष्ट निवारण करने वाले देव हैं अस्पताल में आने वाले मरीजों की जल्द स्वस्थ होने और अपने परिवार के लिए भी प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से बड़ी ही शांति मिलती है
फोटो
वैज्ञानिक युग की चमक और दमक मे भी आज कुछ लोग ऐसे हैं जो भगवान का नाम लेना नहीं भूलते हैं ऐसा ही फर्रुखाबाद में मेदांता हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ विपुल अग्रवाल व डा सिम्मी अग्रवाल अपनी व्यस्त दिनचर्या में भी शाम को प्रतिदिन मरीजों के साथ आए लोगों व अपने स्टाफ के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं जो आज के इस वैज्ञानिक युग में शायद ही किसी अस्पताल में देखने को मिले। बैसे तो सभी अस्पतालो मे होती है पूजा।
यहाँ स्टाफ व मरीजो के परिजनों के साथ चिकित्सक करते है पाठ। डॉ विपुल अग्रवाल कहते हैं कि पूरे दिन मरीजों की सेवा करने के बाद एक आत्म संतुष्ट मिलती है प्रभु का नाम लेकर और अस्पताल में आने वाला हर व्यक्ति परेशान होता है लेकिन जब वह प्रभु का नाम लेता है तो वह संतुष्ट होता है डॉक्टर सिम्मी अग्रवाल कहती हैं कि कलयुग में हनुमान जी सभी कष्ट निवारण करने वाले देव हैं अस्पताल में आने वाले मरीजों की जल्द स्वस्थ होने और अपने परिवार के लिए भी प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से बड़ी ही शांति मिलती है
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