अशाेक यादव, लखनऊ। एएमयू के 147 साल के इतिहास को संरक्षित करने और समृद्ध विरासत को रिकॉर्ड के रूप में अगली नस्लों तक पहुंचाने के उद्देश्य से मंगलवार को टाइम कैप्सूल दफन किया गया। विवि के विक्टोरिया गेट के समक्ष पार्क में 30 फीट गहरे गड्ढे में 1.5 टन के कैप्सूल को दफनाया गया है।
समारोह में कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि टाइम कैप्सूल भविष्य की पीढ़ियों के लाभ के लिए है। इसमें एएमयू के गौरवशाली इतिहास को संरक्षित किया गया है। इसमें रखे गए दस्तावेजों को आधुनिकतम वैज्ञानिक तरीकों से संरक्षित किया गया है। दस्तावेजों के लिये एसिड-मुक्त कागज का प्रयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि आठ जनवरी 1877 को एमएओ कॉलेज की आधार शिला रखते समय उस समय के वायसराय तथा गवर्नर जनरल लार्ड लिटन द्वारा दफन किये गये कैप्सूल को बाहर निकालने संबंधी तौर-तरीकों पर विमर्श के लिये एक समिति का गठन किया गया है।
समारोह में टाइम कैप्सूल समिति के सदस्यों, प्रो मिर्जा फैसल एस बेग (अध्यक्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग), प्रोफेसर एमके पुंडीर (इतिहास विभाग), डॉ. राहत अबरार, राजीव कुमार शर्मा (विश्वविद्यालय इंजीनियर), डॉ. मोहम्मद शाहिद (उप निदेशक, सर सैयद अकादमी), इशरत आलम (अध्यक्ष, इतिहास विभाग), डॉ. मोहम्मद यूसुफ (विश्वविद्यालय लाइब्रेरियन), डॉ. मोहम्मद नदीम (कंप्यूटर विज्ञान विभाग), डॉ. मोहम्मद इरफान (संग्रहालय विज्ञान विभाग), डॉ. रिजवान अहमद (रिमोट सेंसिंग एवं जीआईएस अनुप्रयोग विभाग), डॉ. परवेज महमूद (निदेशक, कंप्यूटर सेंटर) और फूल चंद गौड़ (आईआईटी कानपुर) का आभार व्यक्त किया। एएमयू रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद (आईपीएस) ने कार्यक्रम का संचालन किया।
कैप्सूल में यह है संरक्षित
उच्च टेम्पर्ड स्टील से निर्मित कैप्सूल में खलीक अहमद निजामी का सर सैयद एल्बम, 1875 से 1919 तक मोहम्मद एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज, अलीगढ़ से संबंधित लेख और भाषण (नवाब मोहसिन उल मुल्क द्वारा संकलित), थ्योडोर मॉरिसन द्वारा एमएओ कॉलेज का इतिहास, जीएफआई ग्राहम द्वारा सैयद अहमद खान का जीवन और कार्य, प्रोफेसर शान मोहम्मद द्वारा भारत में मुस्लिम शिक्षा की झलक- खंड 1 व 2, 1920 के विश्वविद्यालय अधिनियम और विश्वविद्यालय के कानून, प्रोफेसर केए निजामी द्वारा सैयद अहमद खान, प्रोफेसर मोहम्मद आसिम सिद्दीकी और डॉ. राहत अबरार द्वारा संकलित जहान-ए-सैयद, अल्ताफ हुसैन हाली द्वारा हयात-ए-जावेद (उर्दू), प्रोफेसर रफी अहमद अलवी द्वारा हयात-ए-जावेद (अंग्रेजी), डॉ. राजीव लोचन नाथ शुक्ल द्वारा हयात-ए-जावेद (हिंदी), एसके भटनागर द्वारा एमएओ कॉलेज का इतिहास, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का दीक्षांत भाषण, एएमयू के दीक्षांत समारोह (1922-2018), मोहम्मडन एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज कैलेंडर (1911-1912), विश्वविद्यालय कैलेंडर (1932), एएमयू डायरी -2020, 28 अक्टूबर, 2018 को कार्टोसैट-2 द्वारा ली गई विश्वविद्यालय परिसर की सैटेलाइट तस्वीर, एएमयू के कुलाधिपतियों और कुलपतियों की सूची, एएमयू का कालानुक्रमिक इतिहास (1920-2020), 22 दिसंबर 2020 को शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी डाक टिकट और भाषण, टाइम कैप्सूल की सामग्री सूची व प्रगति कार्य के विवरण को शामिल किया गया है।