लखनऊ : उ0प्र0 में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर आज उ0प्र0कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजबब्बर , सांसद के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
प्रदेश प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने बताया कि ज्ञापन सौंपने वालों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर , सांसद सहित विधायक श्रीमती आराधना मिश्रा, विधायक दिनेश सिंह, विधायक सुहेल अंसारी, विधायक राकेश सिंह, विधायक दीपक सिंह, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, उपाध्यक्ष डॉ0 आर0पी0 त्रिपाठी, पूर्व उपाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, सेवादल के मुख्य संगठक प्रमोद पाण्डेय एवं संगठन मंत्री शिव पाण्डेय शामिल रहे।
प्रदेशाध्यक्ष द्वारा गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई
गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजबब्बर , सांसद ने प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी
सरकार जमाकर्ताओं पर टैक्स/ कर के नये- नये हथकण्डे अपना रही है : प्रमोद तिवारी
प्रमोद तिवारी, ने कहा है कि मोदी सरकार के 4 साल के कार्यकाल में भारत का आर्थिक साम्राज्य जो दुनिया के विकासशील दशों में सबसे सषक्त माना जाता था, उसे उन्होंने अपनी पूँजी परस्त नीतियों के कारण तहस- नहस कर दिया है । नोटबन्दी के कारण दुनिया में पूँजी निवेश करने वाले शक्ति सम्पन्न पंजी निवेशकों में भारत देष की व्यापारिक साख एवं विष्वास दोनों घटा है। कालेधन के नाम पर जिस नोटबन्दी को किया गया था उससे कालाधन तो नहीं आया किन्तु 99 % भारत देष की प्रचलित पूँजी सभी बैंकों में जमा हो गयी, जमा धारकों को उसका ब्याज देना बैंकों का कानूनी दायित्व है । ऋण बांटकर उससे अर्जित ब्याज से जमा धारकों को ब्याज दिया जाता था और बैंक लाभ भी कमाती थी । 6 लाख से अधिक लघु एवं मध्यम उद्योग बन्द हो गये हैं, लघु एवं मध्यम उद्योग लगाने की हिम्मत लोगों में नहीं रही । बैंकों में जमा पैसा, जिसे लेने वाले नहीं है, इस स्थिति की ‘‘ज्वालामुखी का विस्फोट’’ देश की अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ रहा है, और आगे भी भारी पड़ेगा ।
तिवारी ने कहा है कि मोदी सरकार जमाकर्ताओं पर टैक्स/ कर के नये- नये हथकण्डे अपना रही है, ईमानदार जमाकर्ता के धन की बैंकों में कटौती हो रही है । छोटे निवेषकों को समाप्त करके मुट्ठी भर अडानी और अम्बानी जैसे 8- 10 पंजीपतियों के हाथों में भारत देष की अर्थव्यवस्था सौंप दी गयी है । यह लोकतांत्रिक देष के लिये शुभ लक्षण नहीं है । मोदी सरकार की गलत आथ्रिक नीतियों के कारण आने वाले समय में भारत देष के करोड़ों घरों के चूल्हे बुझ जायेंगे, और छोटे उद्योगपति छण्च्ण्। का षिकार होंगे, लघु एवं मध्यम उद्योगपति इन बड़े ‘‘वट वृृक्षों’’ के नीचे पनप नहीं पायेंगे । ‘‘मोदी युग’’ देष के ‘‘आर्थिक विनाष के युग’’ के रूप में पीड़ा के साथ याद किया जायेगा’ ।
श्री तिवारी ने कहा है कि आज किसान अपनी लागत का लाभकारी मूल्य न पाने के कारण मौत को गले लगा रहा है, अथवा आर्थिक संकट का जीवन ‘‘जी’’ रहा है । किसान को 50ः बोनस देने का वायदा किया गया था वह तो पूरा नहीं हुआ, वरन् लागत में लगने वाली बिजली, मजदूरी और खाद का दाम बढ़ाने की वजह से किसान का जीवन संकटकाल से गुजर रहा है । प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण आज प्रदेष के किसानों के सामने भीषण संकट खड़ा हो गया है, किसान के घर में पलने वाले सांड़, गाय एवं बछड़ों के जीवन यापन के लिये किसान को आर्थिक सहायता न देने के कारण लाखों की तादात में उत्तर प्रदेष में छुटट्टा सांड़, गाय और बछड़े खेतों में किसान की गाढ़ी- कमाई की फसल बर्बाद एवं नष्ट कर रहे हैं, और किसान रात- रात भर जागकर खेतों में अपने फसल की रखवाली कर रहे हैं, तथा मौत का षिकार हो रहे हैं ।
तिवारी ने कहा है कि या तो सरकार इन छुटट्टा सांड़, गाय एवं बछड़ों के लिये ‘‘आश्रय स्थल’’ बनाये, या फिर किसानों को इन्हें पालने के लिये आर्थिक सहायता उपलब्ध कराये, अन्यथा किसानों की मेहनत की कमाई खलिहान में पहंुॅचने से पहले ही समाप्त हो जायेगी । प्रदेष सरकार के किसान विरोधी कदम के कारण आज प्रदेष का किसान संकट के दौर से गुजर रहा है । तिवारी ने कहा है कि मोदी सरकार के 4 साल पूरे हो रहे हैं अब तो मोदी सरकार रु. 15.00 लाख (पन्द्रह लाख रुपये) देने की तारीख बताये, अब तक देश के 8 करोड नवजवानों कों नौकरी मिलनी चाहिए थी उसका उपाय बताये, महंगाई कब कम होगी ? इसका भी स्वयं समय बताये, ‘‘अच्छे दिन’’ कब आयेंगे ? उसे देष की जनता को बताये, अन्यथा 2019 में आने वाले लोक सभा के चुनाव में देष की जनता स्वयं मोदी सरकार से जवाब मांगेगी, और इसका बदला जनता इतिहास की सबसे शर्मनाक पराजय के रूप में मोदी सरकार से लेगी । मणिपुर, गुजरात एवं गोवा के चुनाव इसके ‘‘ट्रेलर’’ हैं
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