अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदाता को एक साथ चार मतपत्र दिए जाएंगे। मतदाताओं के भ्रम से बचाने के लिए अलग-अलग पद के लिए बैलेट पेपर के रंग अलग किए गए हैं। जिला पंचायत सदस्य का चुनाव गुलाबी रंग के बैलेट पेपर से होगा।
जबकि ग्राम प्रधान के बैलेट पेपर का रंग हरा है। क्षेत्र पंचायत सदस्य का मतपत्र बैगनी होगा। ग्राम पंचायत सदस्य का चुनाव सफेद बैलेट पेपर से होगा।
एक साथ चार मतपत्र मिलने से मतदाता के सामने किसी भी तरह की भ्रम की स्थिति पैदा नहीं होगी। निर्वाचन आयोग ने अलग-अलग रंग के मतपत्रों की छपाई कराकर करीब एक महीने पहले ही जिलों को मुहैया करा दिए।
जिला मुख्यालय में डबल लॉक में मतपत्रों को रखा गया है। मतदाताओं को बैलेट पेपर के रंगों के बारे में जागरूक करने के लिए प्रशासन अभियान भी चलाएगा।
पंचायत चुनाव को देखते हुए मेरठ में डीएम के. बालाजी ने जिले के सभी अधिकारियों के मुख्यालय छोड़ने पर रोक लगा दी है। अति आवश्यक कार्य होने पर अनुमति लेना अनिवार्य होगा। डीएम ने कहा है कि अब अवकाश के दिनों में भी चुनाव से संबंधित कार्यालय खुलेंगे।
मेरठ जिले में अचानक कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही पंचायत चुनावों के लिए डीएम और संबंधित निर्वाचन अधिकारियों के स्तर से चुनाव की सूचना जारी हो चुकी है। ऐसी स्थिति में अब सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे।
पंचायत चुनाव आदि की कार्रवाई होगी। कोरोना और पंचायत चुनाव की तैयारियों को देखते हुए डीएम ने जिले के सभी विभागों के अधिकारियों के मुख्यालय छोड़ने पर रोक लगा दी है। अब अगले आदेश तक जिले के कोई अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे।