रोडवेज के एसी बस बेड़े से सवा करोड़ वाली स्कैनिया बसें बाहर होंगी। ये बसें यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिहाज से बेहतर बताई जा रही हैं।
पर, रोडवेज को इन बसों से खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। वर्ष 2017 में शामिल की गईं 50 बसों की समीक्षा में अब तक दस करोड़ रुपये के करीब घाटे का सौदा साबित हुआ।
ऐसे में परिवहन निगम प्रशासन ने इन बसों को अगले तीन महीने भीतर बंद करने का फरमान जारी कर दिया है। इससे गाड़ी मालिकों ने हड़कंम मच गया है।
जारी आदेश में प्राइवेट वाहन मालिकों को तीन महीने की नोटिस देकर बसों का अनुबंध रद्द किया जाएगा। तब तक के लिए यात्री तत्काल और एडवांस में सीटों की बुकिंग करके सफर करते रहेंगे।
प्रधान प्रबंधक आशुतोष गौंड ने बताया कि स्कैनिया बसों का संचालन यूपी के भीतर और गैर राज्यों को मिलाकर डेढ़ दर्जन रूटों पर हो रहा है। आगामी दिनों में स्कैनिया बसों की समय सारणी पर एसी जनरथ व अन्य एसी बस सेवाओं को चलाया जाएगा। इन रूटों पर तीन महीने में बसें बंद हो जाएंगी।
इन रूटों पर बंद हो जाएगी स्कैनिया बसें
-आगरा से वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार
-लखनऊ से आगरा, वाराणसी, गोरखपुर
-लखनऊ से दिल्ली नॉन स्टाप स्कैनिया
-गाजियाबाद से हरिद्वार, गोरखपुर, वाराणसी