नई दिल्ली । बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को लखनऊ में अहम बैठक बुलाई है, जिसमें उत्तर प्रदेश की 13 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव समेत अन्य मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा। पार्टी सूत्रों ने बताया कि अपनी तय रणनीति से जुदा बसपा पहली बार किसी भी उपचुनाव में हिस्सा ले रही है। बैठक में उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा के अलावा प्रत्याशियों के नामों पर आखिरी मोहर लगने की संभावना है। बैठक में दिल्ली के तुगलकाबाद में रविदास मंदिर के ध्वस्तीकरण पर भीम आर्मी के हिंसात्मक प्रदर्शन पर चर्चा हो सकती है। बसपा ने मंदिर को ढहाए जाने के मसले पर आंदोलन से खुद को अलग रखा है, लेकिन उसने मंदिर के पुर्ननिर्माण की मांग की है।
भीम आर्मी ने हिंसात्मक प्रदर्शन की बदौलत लोकप्रियता हासिल की है जिससे पार्टी कुछ चिंतित है, लेकिन बसपा अपने समर्थकों को इस बारे में अपना रूख साफ करना चाहती है। दलित युवकों के बीच लगातार लोकप्रिय हो रही भीम आर्मी का तोड़ निकालने की रणनीति पर बैठक में विचार किया जा सकता है। पार्टी को आशंका है वर्ष 2022 के चुनाव में भीम आर्मी बसपा का वोट बैंक प्रभावित कर सकती है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि अपनी तय रणनीति से जुदा बसपा पहली बार किसी भी उपचुनाव में हिस्सा ले रही है। बैठक में उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा के अलावा प्रत्याशियों के नामों पर आखिरी मोहर लगने की संभावना है।