अशाेेेक यादव, लखनऊ। कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को संयुक्त रूप से यहां लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार सुबह टीम-11 के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राज्य में लॉकडाउन के स्थिति की समीक्षा की।
अवस्थी ने बताया कि समीक्षा बैठक में योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोरोना लॉकडाउन से बिगड़े राज्य के वित्तीय हालात को सुधारने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार कई बिंदुओं पर विचार कर रही है।
पहली कोशिश यह है कि सोशल डिस्टेंसिंग लागू रखते हुए औद्योगिक और कारोबारी गतिविधियां राज्य में पूरी तरह बहाल हों, ताकि आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौटनी शुरू हों।
वहीं वित्तीय संसाधनों को जुटाने और सरकार के आर्थिक बोझ को कम करने के लिए कई तरह के खर्चों का बजट आधा किए जाने पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
ये वे खर्चे हैं जिससे आम आदमी सीधे प्रभावित नहीं होता है। सरकार उद्योगों को गति देने के लिए नई नीति पर काम कर रही है। लेबर रिफार्म पर भी काम किये जाने का आदेश दिया गया है। जिससे अर्थव्यवस्था को हानि ना पहुंचे।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रत्येक मंडल में एक ट्रेन जरूर आए इसकी व्यवस्था की जा रही है, जिससे सभी फंसे हुए लोग प्रदेश में आ सकें. जिन जिन देशों में उत्तर प्रदेश के नागरिक फंसे हुए हैं उन सभी नागरिकों को देश वापस लाया जाएगा।
जिन जिन देशों में भारत के लोग हैं, उन उन देशों के सरकार से केन्द्र सरकार ने संपर्क स्थापित कर लिया है। जल्द ही वह अपने देश में होगें। साथ ही भारत सरकार के निर्देश के बाद लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट पर कोरोना से बचने के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।
जिन जिन व्यक्तियों को कोरोना संक्रमण की आशंका होगी। उनको तुरंत जांच करके करंटाइन किया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिये जनसहयोग आवश्यक है। मुख्यमंत्री योग आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना जांच की सुविधा को मजबूत करने के निर्देश दिये हैं।
इसके लिए चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया है कि प्रदेश के मेडिकल कालेजों और हॉस्पिटलों में L1 , L2 ,L3 का पालन सख्ती से किया जाएं।
जिससे कोई भी कोरोना का संक्रमण ना हो पाये।साथ ही बायो मेडिकल वेस्ट को सही से डिस्पोज़ किये जाने का भी निर्देश दिया
बैठक में सबसे लंबी चर्चा तो कृषि मंडी व सब्जी मंडी की व्यवस्था को लेकर हुई। बाजार में छूट के संदर्भ में तय हुआ कि अब तक राशन, फल, सब्जी की जो होम डिलीवरी सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक हो रही थी, उसका समय बढ़ाकर शाम 7 बजे तक कर दिया।
वहीं फल व सब्जी वाले भी इस अवधी में गली-मोहल्ले में घूमकर बेच सकेंगे। मुख्य बाजार की दुकानें तो बंद रहेंगी लेकिन गली, मोहल्लों या कॉलोनी में जो किराना दुकान है, वहां आधा शटर उठाकर आस-पड़ोस वालों को सामग्री बेचने की अनौपचारिक ढील रहेगी।